Nagpur News: 2 करोड़ की ठगी का आरोपी मुंबई से गिरफ्तार, EOW ने पकड़ा, 6 दिन का PCR

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नागपुर. लोन दिलाने के नाम पर 2 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (ईओडब्ल्यू) ने मुंबई में जाल बिछाकर गिरफ्तार किया. न्यायालय ने आरोपी को 6 दिन की पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए हैं. पकड़ा गया आरोपी मलाड वेस्ट, मुंबई निवासी आकाश मनोहर पाटिल (36) बताया गया. पुलिस ने 26 सितंबर को महल निवासी यशश्री समीर चट्टे की शिकायत पर मामला दर्ज किया था.

यशश्री के पति समीर का 10 जनवरी 2023 को निधन हो गया. समीर अवधूत इंडस्ट्री चलाते थे. उन्हें अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए मोटी रकम की जरूरत थी. जून 2021 में उनके मित्र भूषण देशपांडे ने बताया कि मुंबई में रहने वाला आकाश पाटिल व्यावसायिक संस्थानों से बड़े कर्ज दिलाने का काम करता है. उसने एक व्यक्ति को हाल ही में कर्ज दिलाया है.

समीर ने आकाश से संपर्क किया. आकाश ने उन्हें पुणे की कंस्ट्रक्शन कंपनी से 5 करोड़ रुपये का कर्ज दिलाने का झांसा दिया. बाद में कंपनी के अधिकारी की मृत्यु होने की जानकारी देकर भोपाल की दिलीप बिल्डकॉन कंपनी से 20 करोड़ रुपये का लोन दिलाने का झांसा दिया. समीर ने इतने पैसे की जरूरत होने से इनकार किया. बाद में अपने मित्र परेश खानोरकर को इस बारे में बताया. परेश को भी ज्वेलरी का व्यवसाय बढ़ाने के लिए रकम की जरूरत थी.

आकाश ने उनसे स्टैंप पेपर पर एग्रीमेंट करवाया. समीर को अपने साथ भोपाल ले गए. एक होटल में अनूप गुप्ता नामक व्यक्ति से मिलवाया. अनूप को दिलीप बिल्डकॉन का अकाउंट हेड बताकर परिचय दिया. उन्हें कर्ज दिलाने के लिए कमीशन और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 2 करोड़ रुपये लिए. कुछ दिन बाद चेक की कॉपी वाट्सएप पर भेजी गई. समीर ने दिलीप बिल्डकॉन के डायरेक्टर जावेद खान से मुलाकात की तो उन्होंने बताया कि यह चेक फर्जी है. यदि आपने ने बैंक में चेक जमा किया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. आकाश और अनूप से संपर्क करने पर दोनों ने हाथ खड़े कर दिए.

समीर ने मामले की शिकायत पुलिस से की. बाद में किसी कारण से शिकायत वापस ली थी. उनकी मौत के बाद यशश्री ने ईओडब्ल्यू से शिकायत की और विविध धाराओं के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया. पुलिस लगातार आकाश की तलाश में जुटी थी. बुधवार को उसे मुंबई से गिरफ्तार कर नागपुर लाया गया. डीसीपी अर्चित चांडक के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर अमोल देशमुख, हेड कांस्टेबल नरेश बढ़ेल, चंद्रशेखर घागरे, आशीष लक्षणे और प्रीति धुर्वे ने कार्रवाई की.