Anil Deshmukh and Ajit Pawar

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नागपुर. पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि अजीत पवार गुट के अलग होते ही मुझे भी ऑफर मिला था कि आपको जो विभाग चाहिए वह दिया जाएगा, साथ आ जाओ लेकिन मैंने उन्हें स्पष्ट कर दिया था कि 83 वर्ष के बाप (शरद पवार) को छोड़कर मैं कभी नहीं आऊंगा.

देशमुख ने कर्जत में डीसीएम अजीत पवार के उस खुलासे के बाद यह बात कही. पवार ने यह खुलासा किया था कि अनिल देशमुख भी हमारे साथ आ रहे थे लेकिन जब भाजपा की ओर यह स्पष्ट कर दिया गया कि उन पर लगे आरोपों के चलते मंत्री पद नहीं दिया जा सकता. मंत्री पद नहीं मिलता देख वे साथ नहीं आए.

देशमुख ने स्पष्ट किया कि अजीत पवार के बताए अनुसार मैं अनेक बैठकों में जयंत पाटिल, सुप्रिया सुले के साथ उपस्थित था लेकिन बैठक में इस विषय पर चर्चा में हमेशा कहता था कि शरद पवार को इस उम्र में हम गलत निर्णय लेकर तकलीफ नहीं दे सकते. जिस दिन शपथ ग्रहण समारोह था उस दिन मैं पुणे में था.

मुझे अनेक फोन आ रहे थे और कहा जा रहा था कि मंत्री पद की शपथ लेने आओ लेकिन जिस पार्टी ने मुझ पर झूठा आरोप लगाकर तकलीफ दिया उस भाजपा के साथ जाने का सवाल ही नहीं था. देशमुख ने कहा कि अजीत दादा जो कुछ बता रहे हैं वह कहने में उन्हें 6 महीने क्यों लग गए. उन्होंने कर्जत में जो कुछ कहा वह गलत है.