नागपुर. अपने 2 दिवसीय दौरे पर नागपुर पहुंचे राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने मीडिया से चर्चा में बताया कि पूरे देश में कुछ लोग सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का काम कर रहे हैं. महाराष्ट्र में भी कुछ लोग अशांति फैलाना चाहते हैं लेकिन पुलिस विभाग पूरी तरह मुस्तैद है और हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए हम तैयार हैं. गुप्तचर विभाग द्वारा राज्य में हिंसा भड़काने का इनपुट मिलने के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि इस तरह के इनपुट समय-समय पर पुलिस विभाग को मिलते रहते हैं.
राज्य के पुलिस महासंचालक इस पर नजर बनाए हुए हैं. मंगलवार को डीजी ने राज्य के सभी शहर और जिला प्रभारियों के साथ चर्चा की है. सभी शहरों और कस्बों का इनपुट लेकर डीजी अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. इस संबंध में जल्द ही सीएम उद्धव ठाकरे के साथ बैठक की जाएगी. राज ठाकरे द्वारा मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग करने और 3 मई तक का अल्टीमेटम देने के बारे में उन्होंने कहा कि सभी भागों की परिस्थिति का आकलन किया जा रहा है. डीजी को निर्देश दिए गए हैं कि यदि ऐसा कुछ होता है तो क्या तैयारी करनी होगी. इसके बाद परिणाम क्या हो सकते हैं.
आला पुलिस अधिकारियों की बैठक के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि चाहे वह कोई भी संगठन या व्यक्ति हो, यदि कोई जातीय विद्वेष फैलाने वाला वक्तव्य देता है तो वह कानूनी कार्रवाई का पात्र होगा. सरकार और राज्य की पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है. जैसे-जैसे इनपुट मिलेंगे उसके अनुसार व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने भरोसा जताया कि राज्य में इस तरह की कोई हिंसा नहीं होगी.
फिर भी मुंबई जाने के बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो, रॉ, राज्य गुप्तचर विभाग सहित सभी एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी. केंद्र सरकार द्वारा कुछ लोगों को केंद्रीय सुरक्षा प्रदान किए जाने पर उन्होंने कहा कि यह बहुत ही हास्यास्पद है. सरकार राज्य में रहने वाले हर व्यक्ति की सुरक्षा करने के लिए सक्षम है. केंद्र सरकार राज्य के अधिकारों का हनन कर रही है. किसी भी व्यक्ति को सुरक्षा देने के लिए पहले समिति की बैठक होती है. उसके बाद निर्णय लिया जाता है.