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  • हादसों पर रोक लगाने की कवायद

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नागपुर. रेलवे हवाई जहाज की तर्ज पर ट्रेनों में भी ‘ब्लैक बॉक्स’ लगा रही है. सेंट्रल रेलवे की नागपुर डिवीजन में लगभग 50 प्रतिशत ट्रेनों में इस तकनीक का उपयोग किया जा रहा है. इससे ट्रैक पर होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है.

रेलवे ट्रेन हादसों को रोकने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रही है. इसी कड़ी में हवाई जहाजों में इस्तेमाल होने वाले ‘ब्लैक बॉक्स’ को ट्रेनों के इंजन में लगाया जा रहा है. सेंट्रल रेलवे की नागपुर डिवीजन में चलने वाली लगभग सभी यात्री ट्रेनों में इस तकनीक का उपयोग किया जा रहा है. परंतु अभी मालगाड़ियों के इंजन में इसका उपयोग नहीं किया जा रहा है. रेल अधिकारियों का कहना है कि जल्दी ही डिवीजन की सभी मालगाड़ियों में ब्लैक बॉक्स इंस्टॉल कर दिया जाएगा.

ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने पर इस उपकरण की मदद से दुर्घटना के कारणों का पता लगाना आसान होगा. यह उपकरण ट्रेन की स्पीड को रिकॉर्ड करता है. यदि लोको पायलट (ड्राइवर) ने ट्रेन को निर्धारित गति से तेज चलाया होगा अथवा सिग्नल पर स्पीड का ध्यान नहीं रखा होगा तो उसकी जानकारी रिकॉर्ड हो जाएगी. आमतौर पर स्पीड के कारण ही ट्रेन डीरेल होती है. लिहाजा स्पीड के आधार पर ड्राइवर की गलती है अथवा नहीं? इसका पता चल जाएगा.