जहर देकर बच्चों का गला घोटा, पिता ने खुद लगाई फांसी, बेटी की मौत, बेटा गंभीर

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    नागपुर. घरेलू कलह के चलते एक निष्ठुर पिता ने अपने ही बच्चों को जहर पिला दिया. इतना ही नहीं दोनों का गला भी घोटा. इसके बाद खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बच्ची की तो मौके पर ही मौत हो चुकी थी लेकिन बेटा अब भी जीवन और मृत्यु के बीच झूल रहा है. उसकी हालत भी बेहद नाजुक है और डॉक्टर हाथ खड़े कर चुके हैं. यह दिलदहला देने वाली वारदात वाठोड़ा पुलिस थानांतर्गत वैष्णव देवीनगर में हुई. मृतकों में मनोज अशोक बेले (45) और उसकी 7 वर्षीय बेटी तनिष्का का समावेश है.

    12 वर्षीय प्रिन्स का उपचार मेडिकल अस्पताल में चल रहा है. मनोज टू व्हीलर मैकेनिक है. उसकी पत्नी प्रिया कपड़ों की दूकान में काम करती है. 13 वर्ष पहले मनोज और प्रिया ने प्रेम विवाह किया था. शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के बीच विवाद शुरू हो गए. मनोज को शराब की लत थी और वह घर और बच्चों की जरूरतों पर ध्यान नहीं देता था. विवाद इतना बढ़ गया कि 6 वर्ष पहले दोनों अलग हो गए. आपसी समझौते के अनुसार हर रविवार को सुबह 10 से शाम 5 बजे तक मनोज को बच्चों से मिलने का मौका मिलता था. इस बीच कुछ लोगों ने दोनों की सुलह करवाने का भी प्रयास किया. 12 जनवरी को एक मित्र ने दोनों को सक्करदरा के तिरंगा चौक के पास मिलने बुलाया लेकिन वहां भी विवाद हो गया और बात नहीं बनी. 

    हंसते खेलते बीता दिन, शाम को मातम

    रविवार होने के कारण प्रिया के पिता राजू तलहार ने दोनों बच्चों को वाठोड़ा चौक पर मनोज के सुपुर्द कर दिया. पड़ोसियों की मानें तो दिनभर मनोज अपने बच्चों के साथ खेलता रहा. उनके लिए अल्पोहार मंगवाया. पास की दूकान से कोल्ड्रिंक और चिप्स भी खरीदे. 4.30 बजे तक उनकी किलकारी गूंजती रही. इसके बाद मनोज दोनों को कमरे के भीतर ले गया. कोल्ड्रिंक में जहर डालकर दोनों बच्चों को पिला दिया. इसके बाद भी बच्चे तड़प रहे थे. मनोज ने निर्दयता की हद पार करके अपने ही बच्चों का गला घोट दिया. उनके बेहोश होते ही खुद भी फांसी लगा ली. 

    झटपटाता दिखा प्रिन्स

    शाम होने के कारण प्रिया ने अपने पिता राजू को दोनों बच्चों को घर ले आने को कहा. राजू मनोज के घर पहुंचे तो दरवाजा भीतर से बंद था. कोई जवाब नहीं मिल रहा था. खिड़की से भीतर झांकने पर मनोज फंदे पर लटके दिखाई दिया. प्रिन्स का पैर दिख रहा था और झटपटा रहा था. पिछली तरफ रहने वाले किराएदार के घर का दरवाजा मनोज के कमरे की तरफ खुलता था. पड़ोसियों की मदद से दरवाजा खोला गया. मनोज की मौत हो चुकी थी. राजू तुरंत पड़ोस में रहने वाले युवकों की मदद से दोनों बच्चों को मेडिकल अस्पताल ले गए. डॉक्टर ने तनिष्का को मृत घोषित कर दिया. प्रिन्स का उपचार जारी है. खबर मिलते ही वाठोड़ा पुलिस मौके पर पहुंची. पंचनामा कर मनोज के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. 

    मैं तुझसे बहुत प्यार करता हूं

    मनोज ने पूरी घटना को अंजाम देने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा था जिसमें उसने प्रिया आय लव यू, मैं तुझसे बहुत प्यार करता है. मैं अपने दिल से कभी तुम्हारी याद नहीं मिटा पाऊंगा. मेरे दिल के हजार टुकड़े हो गए हैं. 2 पन्नों की इस चिट्ठी में मनोज ने प्रेम की ही बातें लिखी थीं. अब सवाल यह उठता है कि अपने बच्चों और पत्नी से प्यार करने वाला मनोज ने इतना कठोर कदम कैसे उठा लिया. घर में एक शराब की बोतल भी मिली. इससे साफ है कि शराब पीने के बाद मनोज ने यह कदम उठाया. पुलिस ने हत्या और आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है.