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    नागपुर. दीक्षाभूमि पर होने वाले ऐतिहासिक धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के लिए भले ही प्रशासन पूरी तरह से तैयारियों को दावा कर रहा हो लेकिन वास्तविकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यदि बारिश हुई तो व्यवस्था क्या होगी? इसे लेकर कोई विस्तृत खुलासा नहीं किया गया है. केवल बारिश होने पर आसपास के स्कूलों में व्यवस्था किए जाने का दावा प्रशासन ने किया है लेकिन कौनसे स्कूलों में श्रद्धालुओं के निवास या आश्रय की व्यवस्था की गई है, श्रद्धालुओं को इस संदर्भ में जानकारी कैसे पहुंचेगी, इन संबंध में केवल ‘हवा-हवाई राकेट’ छोड़े जा रहे हैं.

    उल्लेखनीय है कि कुछ वर्ष पूर्व इसी तरह कार्यक्रम के दिन घनघोर बारिश हुई थी जिसका अनुभव अच्छा नहीं था. इस वर्ष भी बारिश होने की संभावना पहले ही जताई गई है. इसके बावजूद पुख्ता तैयारियां नहीं की गईं, जबकि स्मारक समिति ने ही बौद्ध विहारों को तैयार रहने की अपील की है.

    तैयारियों की हो रही खानापूर्ति

    धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के लिए हर वर्ष प्रशासन द्वारा कुछ मूलभूत तैयारियां की जाती हैं जिनमें पेयजल, मोबाइल शौचालय, वैद्यकीय उपचार केंद्र, एम्बुलेन्स, सूचना कक्ष आदि तैयार किया जाता है. पुलिस की ओर से भी सुरक्षा-व्यवस्था के लिए सीसीटीवी और मोबाइल सर्विलेन्स वैन तैनात की जाती हैं. प्रशासन ने हमेशा की तैयारियां तो पूरी कर लीं लेकिन विशेष रूप से बारिश होने पर उससे निपटने के लिए किसी तरह के उपाय दिखाई नहीं दे रहे हैं. बताया जाता है कि महानगरपालिका या सरकारी स्कूल कौनसे हैं? कितने श्रद्धालुओं के निवास की व्यवस्था होगी? किस तरह से यहां प्रवेश दिया जाएगा? इसके लिए किससे सम्पर्क किया जाए? इस बाबत किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी गई है. केवल स्कूलों में व्यवस्था किए जाने की घोषणा कर दी गई है. 

    सुबह 9 बजे से शुरू होंगे कार्यक्रम

    डॉ. बाबासाहब आम्बेडकर स्मारक समिति द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार सुबह धम्म पहाट कार्यक्रम होगा. 9 बजे सामूहिक बुद्ध वंदना होगी, जबकि शाम 6 बजे मुख्य कार्यक्रम होगा. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले  रहेंगे. अध्यक्षता भदंत आर्य नागार्जुन सुरेई ससाई करेंगे.