Dengue
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नागपुर. अनियमित बारिश और उमस की वजह से इस बार सिटी में मच्छरों ने आतंक मचा रखा है. हालांकि मनपा द्वारा हाई कोर्ट में बताया गया कि सिटी में डेंगू से कोई मौत नहीं हुई है लेकिन हकीकत कुछ और ही है. डेंगू ने लोगों को हलाकान कर रखा है. जनवरी से लेकर अब तक जिले में 485 लोग डेंगू ग्रस्त हो चुके हैं. इनमें मेडिकल, मेयो, एम्स, डागा के डॉक्टरों का भी समावेश हैं. अब वायरल फीवर भी घर-घर फैल रहा है. बारिश के दिनों में अक्सर मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से डेंगू, मलेरिया के मरीज बढ़ते हैं लेकिन इस बार कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहे हैं. केवल नागपुर जिला ही नहीं बल्कि पूर्व विदर्भ में डेंगू के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं.

जनवरी से अगस्त तक सिटी में 325 डेंगू ग्रस्त मिले हैं. जबकि जिले में इनकी संख्या 160 है. जानकारों की माने तो यह संख्या और भी बढ़ सकती है क्यों सभी अस्पताल मनपा को रिपोर्ट नहीं करते. क्लीनिक में उपचार लेने वाले मरीजों का डेटा मनपा तक नहीं पहुंचता. जबकि नियमानुसार नोटिफाइड बीमारी होने से समूचा डेटा एकत्रित होना आवश्यक है. तभी उपाय योजना को प्रभावी रूप से लागू किया जा सकता है. अगस्त तक विदर्भ के गड़चिरोली में 108, चंद्रपुर 101, गोंदिया 80, वर्धा 65 और भंडारा में 15 मरीज मिले हैं.

तेजी से फैल रहा संक्रमण 

एक ओर जहां डेंगू ने आतंक मचा रखा है, वहीं दूसरी ओर वायरल इंफेक्शन भी जोर पकड़ रहा है. गले में इंफेक्शन, सर्दी, जुकाम के मरीज बढ़े हैं. बच्चों से लेकर वृद्धों तक को जुकाम ने हलाकान कर रखा है. परिवार के किसी एक सदस्य को होने पर अन्य सदस्यों में भी इंफेक्शन फैल रहा है. डॉक्टरों की माने तो सितंबर, अक्टूबर महीना वायरल इंफेक्शन के पोषक है. बारिश होने से संक्रामक बीमारियों के फैलने की संभावना और बढ़ जाती है. यही वजह है कि स्वास्थ्य को लेकर सतर्कता बरतना आवश्यक है. यदि तीन दिनों तक जुकाम कम न हो तो फिर ब्लड टेस्ट कराना कराना चाहिए.