नागपुर. मंगलवार की दोपहर उमरेड रोड स्थित श्यामबाग लेआउट में उस समय झोपड़पट्टी धारकों में हंगामा खड़ा हो गया जब प्रन्यास का दस्ता दल बल और पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त के साथ कार्रवाई के लिए पहुंचा. श्यामबाग लेआउट की जमीन पर अनधिकृत रूप से कई झोपड़ियां बनी हुई थीं. इसके पूर्व भी इसी तरह की झोपड़ियां होने के कारण कार्रवाई कर हटाया गया था किंतु समय रहते हुए बाद में फिर झोपड़पट्टी धारकों की ओर से अतिक्रमण कर लिया गया. मंगलवार को दस्ते के पहुंचते ही झोपड़पट्टी धारकों की ओर से कार्रवाई का विरोध किया गया. अस्थायी झोपड़ियां होने का हवाला देते हुए स्वयं हटाने के लिए समय देने की भी गुहार लगाई गई किंतु पहले ही काफी समय दिए जाने की जानकारी देते हुए कार्रवाई शुरू कर दी गई जिसमें पूरी झोपड़पट्टी ध्वस्त कर दी गई.
5 वर्षों से दे रहे नोटिस
हरपुर स्थित उमरेड रोड की इस जमीन पर अनधिकृत रूप से कब्जा कर अतिक्रमण किया गया था जिसके लिए वर्ष 2019 में 4 बार नोटिस दिया गया. यहां तक कि वर्ष 2021 में भी नोटिस जारी कर सूचना दी गई थी. इसके बावजूद झोपड़ियां नहीं हटाए जाने के कारण अंतत: 22 जलाई 2022, 14 दिसंबर 2022 और 15 दिसंबर 2022 को कार्रवाई कर झोपड़ियां हटाई गईं. इसी तरह से 3 मई, 2023 को भी कार्रवाई की गई थी किंतु कार्रवाई के बाद फिर से झोपड़पट्टी धारकों ने इसी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया.
तो फौजदारी कार्रवाई
हाई कोर्ट की ओर से अनधिकृत निर्माण कार्य हटाने के लिए सख्त हिदायतें दी गई हैं. इसके तहत प्रन्यास की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी श्रृंखला में 5वीं बार इस झोपड़पट्टी को हटाया गया. इसके बावजूद यदि अतिक्रमण किया गया तो संबंधितों के खिलाफ फौजदारी कार्रवाई होने के संकेत भी दिए गए. कार्रवाई में प्रन्यास सभापति सूर्यवंशी के मार्गदर्शन में अविनाश कातडे के निर्देश के अनुसार पंकड आंभोरकर, धर्मेंद चुटे, विवेक डफरे, सचिन होले, महेश चौधरी, वारतकर, रवि रामटेके, राधेश्याम बैगणे, सारिका बोरकर आदि ने हिस्सा लिया.