Eknath Shinde and bawankule

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    नागपुर. शीतकालीन अधिवेशन शुरू होने के ठीक एक दिन पूर्व जब उपराजधानी में राजनीतिक गतिविधियां गरमायी हुई हैं, उस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने देवेन्द्र फडणवीस को ही मुख्यमंत्री होना चाहिए जैसा वक्तव्य देकर वातावरण को और तपा दिया है. बावनकुले ने संत जगनाड़े महाराज पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में अपने भाषण में यह बात कही. उन्होंने अपने संबोधन के पहले उपस्थित जनता से सवाल किया कि देवेन्द्र फडणवीस क्या होना चाहिए…जवाब में जनता के बीच से आवाजें आईं ‘मुख्यमंत्री’. उसके बाद बावनकुले ने अपना भाषण शुरू किया.

    शिवसेना के शिंदे गुट के साथ मिलकर भाजपा ने राज्य में मविआ की सत्ता उलटी और सत्तासीन हुए. एकनाथ शिंदे को दिल्ली आलाकमान के इशारे पर राज्य का सीएम बनाया गया लेकिन अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने अपने प्रदेशाध्यक्ष पद पर रहने तक फडणवीस को मुख्यमंत्री बनना चाहिए जैसा वक्तव्य देकर शिंदे गुट में भूचाल मचा दिया है. इस वक्तव्य के बाद तो विपक्ष के कुछ नेताओं द्वारा शिंदे गुट का खेला होने जैसे कयास लगा रहे हैं.

    फिर आना चाहिए फडणवीस राज

    बावनकुले ने कहा कि जो-जो समाज फडणवीस के पास गया, जिस समाज पर अन्याय हुआ उन्हें न्याय देने का प्रयास फडणवीस ने किया. वे जाति-पाति से ऊपर के नेता हैं. वे समाज के लिए काम करते हैं. इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी है कि 2014 से 2019 का काल फिर राज्य में आना चाहिए. महाराष्ट्र का भविष्य केवल देवेन्द्र फडणवीस बदल सकते हैं. 

    शिंदे का होगा खेला : मिटकरी

    राकां विधायक अमोल मिटकरी ने बावनकुले के वक्तव्य के बाद कहा कि एकनाथ शिंदे और शिंदे गुट भाजपा की शरण में गए हैं और भाजपा के मन में है कि फडणवीस नेतृत्व करें. इसका मतला है कि वे शिंदे को भाव नहीं देते हैं. उन्हें शिंदे का नेतृत्व मान्य नहीं है और जल्द ही शिंदे गुट का राजकीय गेम कर फडणवीस को फिर सत्तारूढ़ करने की तैयारी चल रही है. 

    यह उनका मामला : पवार

    विरोधी पक्ष नेता अजीत पवार ने इस संदर्भ में कहा कि यह उनका अंदरूनी मामला है. यह दोनों पार्टी की समस्या है. उसमें हम नाक घुसाने वाले नहीं हैं.