नागपुर. सिटी में गणेशोत्सव की शुरुआत बड़े उत्साह से हो रही है. 10 सितंबर को सुबह से ही रात 10 बजे तक गणेश स्थापना का मुहूर्त है. घर-घर गणराया विराजमान होने वाले हैं और लोगों ने इसकी तैयारी भी पूरी कर ली है. घरों में सजावट का काम भी लगभग पूरा कर लिया गया है. तीज की रातभर लोगों ने गणपति स्थापना के लिए सजावट का काम किया. अनेक लोगों ने प्रतिमा भी घर लाकर रख ली है.
हालांकि इस वर्ष कोरोना के चलते चितार ओली में बच्चों और महिलाओं की भीड़ नजर नहीं आई. गणपति को घर ले जाने के लिए ढोल-ताशों के साथ जुलूस निकालने की पाबंदी है इसलिए 2 वर्ष पूर्व की तरह का उत्साह नजर नहीं आया. बावजूद इसके बड़े पैमाने पर प्रतिमाओं की बिक्री हुई. गणपति को घर लाने और विसर्जन दोनों ही समय पर जुलूस निकालने पर पाबंदी लगा दी गई है.
आज होगी रौनक
शुक्रवार को सुबह से चितार ओली सहित उन सभी बाजार परिसरों में गणपति को घर ले जाने की भारी भीड़ होगी जहां दूकानें सजी हैं. अधिकतर लोगों ने प्रतिमाओं की बुकिंग कर रखी है और चतुर्थी के दिन ही वे उन्हें घर लेकर जाने वाले हैं. यह सिलसिला देर रात तक चलने वाला है. इस बार ग्रामीण भागों से सार्वजनिक मंडल वालों का चितार ओली में आना बहुत ही कम हुआ. कोरोना प्रोटोकाल के कारण सार्वजनिक मंडलों का उत्साह कम ही दिख रहा है. बावजूद इसके लाखों घरों में आज गणराया विराजमान होने वाले हैं. सिटी के हर सड़क पर सजावटी वस्तुओं की दूकाने सजी हैं और सभी में खरीदारों की भारी भीड़ देखी जा रही है.
ऑनलाइन ही कर पाएंगे दर्शन
इधर, कोरोना पर नियंत्रण के लिए सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों पर भीड़ नहीं करने का निर्देश जिला प्रशासन ने दिया है. सरकार के निर्देश पर जिलाधिकारी विमला आर. ने भी निर्देश जारी किए हैं कि मंडलों में जाकर प्रत्यक्ष दर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और केवल ऑनलाइन अथवा इलेक्ट्रानिक माध्यम द्वारा ही दर्शन किए जा सकेंगे. मंडल इसकी व्यवस्था कर सकते हैं. नागरिकों से सहयोग की अपील उन्होंने की है.