मशक्कत के बाद धरी गई चोरों की टोली, 13 दोपहिया चुराये और 7 घरों में लगाई सेंध

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नागपुर. वाहन चोरी की वारदातों ने वाड़ी पुलिस की नाक में दम कर रखा था. ऐसे में 15 दिन की मशक्कत के बाद पुलिस को चोरों का सुराग मिला. आरोपियों को अमरावती से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में आरोपियों ने वाहन चोरी की 13 और सेंधमारी की 7 वारदातों को अंजाम देने की कबूली दी. पकड़े गए आरोपियों में आंबेडकरनगर, कंट्रोल वाड़ी निवासी ऋतिक लेखीराम लांजेवार (20), प्रीतम उर्फ सिंधू उमाशंकर शर्मा (28), अचलपुर, अमरावती निवासी संकेत दीपक कड़ू (21) और रामबाग निवासी कुणाल किसन बने (28) का समावेश है. आरोपियों के खिलाफ पहले भी चोरी के मामले दर्ज हैं.

इससे पहले भी पुलिस ने संकेत कड़ू को वाहन चोरी के मामलों में गिरफ्तार कर दर्जन भर वाहन जब्त किए थे. पिछले कुछ समय से वाड़ी थाना क्षेत्र में वाहन चोरी की वारदातें बढ़ गई थीं. आला अधिकारियों ने किसी भी तरह आरोपियों को ढूंढने के निर्देश दिए. इंस्पेक्टर प्रदीप रायण्णावार और विनोद गोडबोले के नेतृत्व में डीबी स्क्वाड जांच में जुटा. जानकारी मिली कि नागपुर से चोरी होने वाले वाहन अमरावती ले जाए जाते हैं. ऐसे में लगातार 15 दिनों तक नाको पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली गई. कई दिनों तक एक टीम अमरावती में जाल बिछाकर बैठी रही.

30 जुलाई को पुलिस ने आरोपियों को अमरावती के एक बार से गिरफ्तार किया. हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर आरोपियों ने वाड़ी थाना क्षेत्र से 6, गिट्टीखदान से 2, सीताबर्डी से 2, एमआईडीसी से 1, अंबाझरी से 1 और अमरावती से 1 वाहन चोरी करने की कबूली दी.

वारदात को अंजाम देने के लिए उपयोग में लाए गए 3 वाहन सहित 16 मोटरसाइकिलें पुलिस ने जब्त की. इसके अलावा आरोपियों ने वाड़ी, गिट्टीखदान, धंतोली और राणाप्रतापनगर थाना क्षेत्र में सेंधमारी की 7 वारदातों को अंजाम देने की कबूली दी. पुलिस ने कुल 16 लाख रुपये का माल बरामद किया. एपीआई राहुल सावंत, पीएसआई गणेश मुंढे, हेड कांस्टेबल तुलसीदास शुक्ला, कांस्टेबल अजय पाटिल, दुर्गादास माकड़े, सोमेश्वर वर्धे और राहुल बोटरे ने कार्रवाई को अंजाम दिया.