Girish Vyas

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    नागपुर. राज्य में शरद पवार के आशीर्वाद व मूक सहमति से सरकार समर्थित आतंकवाद शुरू होने का आरोप भाजपा ने लगाया है. प्रेस-परिषद में प्रवक्ता गिरीश व्यास ने आरोप लगाया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उन्मादी कार्यकर्ता पुलिस को ताक में रखकर गुंडागर्दी कर रहे हैं जिससे आम जनता का शांति से जीने का अधिकार संकट में आ गया है.

    उन्होंने कहा कि सत्ता संघर्ष के चलते मिली विफलता के कारण राकां कार्यकर्ता अब कानून हाथ में ले रहे हैं और गृह मंत्रालय राकां के पास होते हुए उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है. पुलिस के हाथ बांध दिए गए हैं. इससे संदेह हो रहा है कि संयमी राजनीति करने वाले शरद पवार का मौन कार्यकर्ताओं को समर्थन तो नहीं दे रहा है. प्रेस-परिषद में चंदन गोस्वामी भी उपस्थित थे. सत्ताधारियों के प्रोत्साहन से जगह-जगह दहशत फैलाने का काम राज्य में चालू है.

    एक नहीं कई मामले

    व्यास ने कहा कि विरोधियों को दहशत के जरिए खत्म करने का कुटिल दांव सत्ताधारी खेल रहे हैं. पालघर में साधु हत्याकांड, मंत्री आव्हाड के बंगले पर इंजीनियर करमुसे से पुलिस के सामने मारपीट, गोपीचंद पडलकर पर जानलेवा हमला, भाजपा प्रवक्ता विनायक आंबेकर के कार्यालय में घुसकर राकां कार्यकर्ताओं द्वारा की गई मारपीट, केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी के कार्यक्रम में दहशत फैलाने का प्रयास और पुलिस द्वारा गिरफ्तार एक अभिनेत्री से मारपीट का प्रयास जैसी अनेक घटनाओं में राकां ने कानून हाथ में लिया.

    राकां के पास गृह मंत्रालय है लेकिन दंगाई कार्यकर्ताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. केतकी चितले मामले में तो जाहिर पत्रक निकालकर मारपीट करने का आदेश दिया जाता है और पुलिस व सरकार मौन साधे रहती है.

    व्यास ने कहा कि शरद पवार ज्येष्ठ नेता हैं. उन पर व्यक्तिगत टिप्पणी असमर्थनीय है लेकिन कानूनी कार्रवाई शुरू होते हुए भी मारपीट का आदेश देना व दहशत फैलाना उचित नहीं है. उन्होंने पवार से अपील की कि अपने कार्यकर्ताओं के संभालें.