नागपुर. पिछले 2 दिनों से पेट्रोल पंपों पर लगीं लंबी कतारों और शहर में पट्रोल की पूर्ति खंडित होने का कारण बताते हुए विदर्भ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि सारे ड्राइवर हड़ताल पर हैं. डिपो में तीनों ऑयल कंपनियों के स्टॉक भरपूर हैं पर टैंकरों को चलाने वाले ड्राइवर काम पर नहीं आ रहे हैं. पट्रोल की पूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई है. लोग आशंकाओं के चलते आवश्यकता से ज्याद पेट्रोल अपने गाड़ियों में भरा रहे हैं. 2 जनवरी को शहर के 75 प्रतिशत पेट्रोल पंप ड्राय हो चुके थे, जो 25 प्रतिशत बचे हैं उनके भी रात तक ड्राय होने की संभावना है.
रोजाना 6 लाख लीटर पेट्रोल की मांग
गुप्ता ने बताया कि शहर में 96 पेट्रोल पंप हैं. रोजाना 6 लाख लीटर पेट्रोल की मांग है. सोमवार को 1 लाख लीटर पेट्रोल की पूर्ति हुई. वहीं मंगलवार को बीपीसीएल के 15, एचपीसीएल और आईओसी प्रत्येक के 3 टैंकर ही आ पाये. डीलर्स ने स्थिति की जानकारी कलेक्टर को दी है. उन्होंने सीपी से इस संबंध में भी बात की है. ड्राइवरों को पुलिस प्रोटेक्शन देने की बात सीपी ने मान्य की है पर उनमें अभी भी भय है.
प्रशासन विधेयक की सही जानकारी दे
गुप्ता ने बताया कि 25 दिसंबर को जारी विधेयक में स्पष्ट जानकारी नहीं है. सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अफवाह फैलने से ड्राइवरों में भय व्याप्त है और वे घर से बाहर ही नहीं निकल रहे हैं. प्रशासन को लोगों को विधेयक की वास्तविक जानकारी देने आगे आना चाहिए. इस अवसर पर जितेंद्र अग्रवाल, प्रणय पराते, बबलू भाटिया, हरजीत सिंह बग्गा, अरविंद देशमुख उपस्थित थे.