Mayo and Medical, GMCH

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    नागपुर. संक्रांति के अवसर पर सिटी में जमकर पतंगबाजी होती है. इस दौरान कई लोग मांझे की वजह से तो कई दौड़ते और छतों पर कूदते वक्त जख्मी हो जाते हैं. हर वर्ष इस तरह की घटनाएं होती हैं. यही वजह है कि हमेशा की तरह ही इस बार भी मेडिकल और मेयो को अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही जख्मी लोगों के तत्काल उपचार के इंतजाम भी किये गये हैं. इस बार मकर संक्रांति रविवार के दिन आई है. यही वजह है कि मजा भी दोगुना हो गया है. सुबह ही पतंगबाज छतों पर ओ काट, ओ काट करते नजर आएंगे.

    पतंग लूटने के लिए कई बार बच्चों और युवाओं में होड़ लगी रहती हैं. इस चक्कर में कई दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं. कई बच्चे छत से गिरकर भी जख्मी हो जाते हैं. वहीं मांझे की वजह से भी वाहन चालक और अन्य लोग जख्मी होते हैं. इन लोगों के तत्काल उपचार के लिए दोनों मेडिकल कॉलेजों में अकस्मात विभाग, सर्जरी और ऑर्थोपेडिक विभाग को अलर्ट पर रखा गया है. रविवार होने से ओपीडी बंद रहेगी लेकिन कैजुअल्टी में इलाज किया जाएगा.

    चेहरे पर लगा मांझा का चीरा 

    इस बीच शनिवार को भी कुछ लोगों का इलाज किया गया. 16 वर्षीय बालक के मांझा के कारण चेहरे पर चीरा लग गया. 3 सेमी का जख्म होने से काफी रक्त बह गया था. उसका तुरंत इलाज किया गया. वहीं एक 12 वर्षीय बालक मो. अंसारी का अंगूठा कट गया. उसका इलाज मेयो में किया गया. वहीं कई लोगों ने निजी अस्पतालों में भी इलाज कराया. प्रतिबंध के बाद भी नायलॉन मांझा की बिक्री होने के कारण ही इस की घटनाएं सामने आ रही हैं. रविवार को सतर्कता बरतने की अपील की गई है. बिना हेलमेट वाहन नहीं चलाने की सलाह डॉक्टरों ने दी है.