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प्रतीकात्मक तस्वीर

  • यवतमाल की घटना के विरोध में हुये एकजुट

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नागपुर. यवतमाल के वसंतराव नाईक मेडिकल कॉलेज में बुधवार की रात एमबीबीएस अंतिम वर्ष के प्रशिक्षु डॉक्टर अशोक पाल की हत्या कर दी गई. इस घटना के विरोध में शनिवार को मेयो और मेडिकल के निवासी डॉक्टर, इंटर्न और एमबीबीएस छात्र हड़ताल पर चले गये. इमरजेंसी सेवा को छोड़कर निवासी डॉक्टरों ने किसी भी विभाग में काम नहीं किया.

इस घटना के बारे में मार्ड की ओर से शुक्रवार को ही मेडिकल और मेयो के अधिष्ठाता को आंदोलन का नोटिस दिया गया था. रात की शिफ्ट खत्म होने के बाद जब सुबह 8 बजे से नई शिफ्ट शुरू होने वाली थी, तभी से निवासी डॉक्टर सहित इंटर्न हड़ताल पर चले गये.

मेयो में बाकायादा पंडाल लगाकर मार्ड सहित छात्रों ने घटना का विरोध करते हुए दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की. वहीं मेडिकल में भी निवासी डॉक्टरों ने विरोध प्रकट करते हुए मोर्चा निकाला. बताया गया कि जिस इंटर्न की हत्या की गई, वह इन दिनों जिला अस्पताल में प्रशिक्षण ले रहा था. इस बीच यवतमाल मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने वहां के अधिष्ठाता को हटाने की मांग की है.

इमरजेंसी सेवा जारी रखी 

सिटी के दोनों मेडिकल कॉलेजों में निवासी डॉक्टर और इंटर्न ने इमरजेंसी सेवा जारी रखी. वहीं कोविड वार्डों में सेवा दी जबकि ओपीडी और ओटी में सेवा नहीं दी. इस वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा. माना जा है कि इस मामले में जल्द उचित कार्रवाई नहीं हुई तो भी सेंट्रल मार्ड की ओर से राज्य व्यापी हड़ताल की जा सकती है. शनिवार होने के कारण स्वास्थ्य सेवा पर उतना अधिक असर नहीं पड़ा है लेकिन वार्डों में निवासी डॉक्टर नहीं होने से मरीजों की तकलीफें बढ़ी है.