Cancer

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    • महाराष्ट्र राज्य कैंसर के डेटा से खुला राज
    • नागपुर में भी साल दर साल बढ़ रहे मामले  

    नागपुर. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और राष्ट्रीय रोग सूचना विज्ञान और अनुसंधान केंद्र (NCDIR) बेंगलुरु ने बीते दिनों महाराष्ट्र राज्य कैंसर तथ्य पत्रक जारी किया है. ये डेटा कैंसर की महामारी विज्ञान का प्रोफाइल और उसका पैटर्न बताता है. साथ ही इससे कैंसर के प्रमुख कारणों के साथ उसके समाधान के बारे में भी बताता है. यह जानकारी संस्थान के निदेशक डॉ. प्रशांत माथुर ने दी. 

    उन्होंने बताया कि पत्रक में दर्ज कैंसर के मामलों की औसत वार्षिक संख्या 11,608 है. मुंबई पीबीसीआर ने संयुक्त रूप से कैंसर की सभी साइटों के लिए एक लाख प्रति जनसंख्या पर उच्चतम आयु समायोजित दर (एएआर) दर्ज की जिसमें 108.4 पुरुषों और 116.2 महिलाओं के बाद नागपुर और पुणे हैं. मुंबई पीबीसीआर ने बताया 0-14 आयु वर्ग (107.1) और 0-19 आयु वर्ग (108.6) दोनों में लड़कों में बचपन के कैंसर की उच्चतम घटना दर (AAR pm), लड़कियों में, मुंबई में 0-14 आयु वर्ग में उच्च घटना दर (73.7) थी और नागपुर में 0-19 आयु वर्ग में उच्चतम घटना दर (85.4) थी. मुंबई पीबीसीआर ने जीवनकाल में कैंसर के विकास के उच्चतम संचयी जोखिम की सूचना दी. आयु समूह 0-74 वर्ष के बाद नागपुर और पुणे का स्थान है.

    ऐसे बढ़े कैंसर के मामले  

    रिपोर्ट में मेटास्टेसिस का उच्चतम अनुपात फेफड़ों के कैंसर (पुरुषों में 50% और महिलाओं में 58%) के रोगियों में देखा गया था. इसके बाद पेट के कैंसर (पुरुषों में 28% और महिलाओं में 31%) का स्थान था. वर्तमान रुझानों के आधार पर 2025 तक नये कैंसर के मामलों के बढ़कर 1,30,465 होने की संभावना है. 2020 में 1,16,121 मामलों की घटनाओं से 11.0% की वृद्धि दर्ज की गई है. महाराष्ट्र में 2025 में महिलाओं में कैंसर के मामलों की अनुमानित घटना 68,762 हैं जो 11.1% है. 2020 में 61,160 की मामलों की तुलना में वृद्धि हुई है. यह जानकारी डॉ. करतार सिंह, निदेशक एवं डॉ. बी.के. शर्मा सलाहकार ने दी.