NMC Employee Union

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नागपुर. महानगर पालिका कर्मचारियों की वर्षों से लंबित न्यायिक मांगों को लेकर अब संगठन ने आरपार की लड़ाई लड़ने के लिए कमर कस ली है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महाराष्ट्र राज्य महानगर पालिका, नगर पालिका, नगर परिषद कर्मचारियों के संगठन के फेडरेशन द्वारा 14 मार्च से बुलाई गई बेमियाद हड़ताल में शामिल होने का निर्णय राष्ट्रीय नागपुर कार्पोरेशन एम्प्लाइज एसोसिएशन की ओर से लिया गया. बुधवार को फेडरेशन द्वारा बुलाई हड़ताल में शामिल होने का पत्र अति. आयुक्त राम जोशी को सौंपा गया. पत्र सौंपते  समय संगठन के अध्यक्ष सुरेन्द्र टिंगने, रंजन नलोडे, प्रवीण तंत्रपाडे, ईश्वर मेश्राम, बाबा श्रीखंडे, गौतम गेडाम, सत्यवान मेश्राम आदि उपस्थित थे. 

हर जोन में सम्पर्क अभियान

चर्चा के दौरान टिंगने ने कहा कि मनपा की ओर से नागरिकों को कुछ अत्यावश्यक सेवाएं भी मुहैया कराई जाती है. संगठन के कई कर्मचारी इन अत्यावश्यक सेवाओं में भी शामिल है. इन अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल होंगे. सैकड़ों कर्मचारी हड़ताल पर जाने से मनपा प्रशासन अभी से सकते में हैं. शत-प्रतिशत कर्मचारी इस हड़ताल में संगठन का साथ दें, इसके लिए अब प्रत्येक जोन में जाकर कर्मचारियों को जागृत किया जाएगा. उनके अधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा. यदि इसके पूर्व कर्मचारियों की मांगों पर सरकार सकारात्मक निर्णय लेती है तो यह कर्मचारियों की जीत ही होगी. जिसका स्वागत किया जाएगा. 

नहीं मिल रही पदोन्नति, कई पद भी रिक्त

चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि 15 फरवरी 2023 को ही फेडरेशन की बैठक पिंपरी चिंचवड में हुई थी जिसमें कर्मचारियों की मांगों पर बड़ी लड़ाई लड़ने का ऐलान कर 14 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की घोषणा की गई थी. नागपुर महानगर पालिका में भी कर्मचारियों की मांगों को लेकर संगठन की ओर से लगातार प्रदर्शन किए गए. यहां तक कि सांकेतिक हड़ताल भी होती रही है लेकिन प्रशासन की ओर से सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया. फलस्वरूप जहां मनपा में पद भर्ती अटकी हुई है, वहीं कर्मचारियों को पदोन्नति भी नहीं मिल रही है. मनपा कर्मचारियों का 6वें और 7वें वेतन का बकाया देने के लिए राज्य सरकार से आर्थिक मदद करने की मांग भी उन्होंने की.