50 bribery traps, police and revenue tops in 5 months
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    नागपुर. शासकीय कार्यालय में भ्रष्टाचार खत्म करने और भ्रष्टाचारियों को पकड़ने के लिए एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा दक्षता जनजागृति सप्ताह चलाया जा रहा है. 26 अक्टूबर से विशेष सप्ताह का शुभारंभ हुआ. आंकड़ों पर नजर डाले तो वाकई में एसीबी को जनजागृति की आवश्यकता है. क्योंकि अन्य रेंज की तुलना में नागपुर एसीबी कार्रवाई में काफी पीछे है. 1 जनवरी 2021 से 24 अक्टूबर 2021 तक राज्य में एसीबी द्वारा 621 ट्रैप किए गए और 874 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.

    नागपुर एसीबी रेंज में केवल 56 ट्रैप हुए और 73 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. यह आंकड़ा पिछले वर्षों की तुलना में एसीबी की कार्रवाई में कमी आई है. इसका कारण कुछ हद तक कोविड लॉकडाउन भी हो सकता है लेकिन अन्य रेंज में भी व्यवस्था वही थी. ऐसे में नागपुर रेंज काफी पीछे है. इस वर्ष सबसे ज्यादा ट्रैप पुणे रेंज द्वारा किए गए.

    134 ट्रैप करके 192 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. दूसरे नंबर पर औरंगाबाद रेंज है. यां 114 ट्रैप करके 160 भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया. ठाणे में 64 ट्रैप और 99 आरोपी गिरफ्तार किए गए और अमरावती में 61 ट्रैप में 86 गिरफ्तार हुए. नागपुर की तुलना में अमरावती रेंज काफी छोटी है. ऐसे में नागपुर रेंज अमरावती से भी पीछे रह गई. सबसे कम कार्रवाई करने वाली रेंज मुंबई है. वहां केवल 38 ट्रैप हुए 53 आरोपी गिरफ्तार किए गए. 

    भ्रष्टाचार में राजस्व और पुलिस विभाग सबसे आगे

    पिछले कई वर्षों के आंकड़ों पर नजर डाले तो दिखाई पड़ता है कि भ्रष्टाचार के मामलों में राजस्व, भूमि अभिलेख और पुलिस विभाग ही सबसे आगे है. हर वर्ष इन 2 विभागों में ही सबसे ज्यादा ट्रैप और गिरफ्तारी होती है. इस वर्ष भी एसीबी ने सबसे ज्यादा 148 ट्रैप राजस्व और भूमि अभिलेख विभाग में ही किए है. दूसरे नंबर पर पुलिस विभाग है. यहां 140 पुलिसकर्मियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया. तीसरा नंबर पंचायत समितियों के कर्मचारी है. यहां 47 लोगों को जबकि बिजली विभाग में 46 लोगों पर कार्रवाई हुई है. नगर पालिका के कर्मचारी भी ज्यादा पीछे नहीं है. यहां कुल 42 लोगों को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया. राजस्व विभाग पिछले कई वर्षों से भ्रष्टाचार के मामलों में बढ़त बनाए हुए है लेकिन भ्रष्टाचार रोकने के लिए इन विभागों द्वारा कोई प्रयास नहीं किए जाते. विभागीय स्तर पर किसी प्रकार का अभियान नहीं चलाया जाता. इससे साफ है कि हमाम में सब नंगे हैं. 

    हर वर्ष लेते हैं कसम 

    हर वर्ष दक्षता जनजागृति सप्ताह के उपलक्ष्य में सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार निर्मूलन के लिए शपथ ली जाती है लेकिन अपने वादे पर कितने लोग टिकते है. सप्ताह के दौरान भी सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार चलता है. मंगलवार को एसीबी के क्षेत्रीय कार्यालय में एसपी राकेश ओला और एडिश्नल एसपी मिलिंद तोतरे की उपस्थित में शपथ लेकर जनजागृति सप्ताह का शुभारंभ किया गया. नागपुर सहित वर्धा, भंडारा, चंद्रपुर, गोंदिया और गड़चिरोली में भी शासकीय कार्यालयों में भ्रष्टाचार निर्मूलन के पोस्टर और बैनर चिपकाए गए. प्रसार माध्यमों के जरिए भ्रष्टाचार के प्रति नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की जा रही है.

    टोल फ्री नंबर पर करें संपर्क

    एसीबी ने नागरिकों से अपील की है कि यदि कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत मांगे तो सीधे एसीबी से संपर्क करें. यदि किसी कार्यालय में भ्रष्टाचार दिखाई दे तो एंटी करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर 1064 पर जानकारी दी जा सकती है. इसके अलावा कार्रवाई के लिए सिविल लाइन्स की प्रशासकीय इमारत में स्थित एसीबी कार्यालय में या 0712-2561520 पर संपर्क किया जा सकता है. इस सप्ताह में कोविड नियमों का पालन करते हुए एसीबी द्वारा विविध कार्यक्रम के आयोजन किए जाएंगे.