Robbery, Theft
चोरी (फाइल फोटो)

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नागपुर. जबलपुर-अमरावती बाईपास आउटर रिंग रोड पर मंगलवार की रात हुई 4.38 करोड़ की लूट के आरोपियों का कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा. घटना को 48 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ कुछ जानकारी नहीं लग पाई. पुलिस सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल का डम्प डाटा खंगालने में जुटी है लेकिन इसमें काफी समय लगता है. पुलिस का कहना है कि व्यापारी और उसके कर्मचारियों ने लगभग 10 घंटे के बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी. यह काफी लंबा समय होता है. आरोपी किसी भी दिशा में भाग सकते हैं. इसलिए ठोस जानकारी भी हाथ नहीं लगी है.

सूरत के व्यापारी पोपटलाल पटेल आदि ट्रैवल्स के संचालक हैं. उनका सेंट्रल एवेन्यू रोड के आंबेडकर चौक पर कार्यालय है. कमलेश नामक व्यापारी के साथ हवाला लेन-देन होने की जानकारी सामने आई है. मंगलवार की रात 10.30 बजे पोपटलाल के कर्मचारी जयेश पटेल और कल्पेश परमार कार क्र. एमपी-09/जेडके-0541 पर रकम लेकर सूरत जा रहे थे. जबलपुर-अमरावती बाईपास रोड पर एनसीआई के पास 2 कारों में सवार 7-8 आरोपियों ने उनका रास्ता रोका. नकाब पहने बंदूकधारियों ने कार से उतरते ही कल्पेश और जयेश पर पिस्तौल तान दी. आरोपियों ने उन्हें कार से उतारकर अपने वाहनों में बंधक बनाया.

मारपीट कर उन्हें इम्पीरियन सिटी के पास निर्जन स्थान पर ले गए और रकम व दोनों के मोबाइल लूटकर भाग निकले. डीसीपी जोन 1 अनुराग जैन ने बताया कि आरोपी जिस भी दिशा में भाग सकते हैं सभी मार्गों पर टोल नाका और संस्थानों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है. इसके अलावा घटना के समय मौका ए वारदात और आस-पास के परिसर में सक्रिय सभी मोबाइल फोन का डम्प डाटा खंगाला जा रहा है. व्यापारी से जुड़े जिस किसी को भी रकम की जानकारी हो सकती है उन सभी के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. जैन ने कहा कि जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ जाएंगे.