बिजली गुल से लोग परेशान, 10-10 मिनट के लिए हो जाती है बंद

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    नागपुर. बीते कुछ दिनों से सिटी में मेंटेनेंस के नाम पर घंटों बिजली गुल करने का खेल चल रहा था लेकिन अब 10-10 मिनट के लिए कभी भी बिजली गुल हो रही है. नागरिकों की समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर 10 मिनट के लिए बिजली क्यों बंद की जाती है. अगर कोई खराबी भी आई तो क्या 10 मिनट में उसे सुधार लिया जाता है. 13 अप्रैल को भी कुछ इलाकों में करीब आधा घंटा बिजली बंद रही. 14 अप्रैल को भी दक्षिण नागपुर की कुछ बस्तियों में बिजली 1-2 बार कुछ मिनटों के लिए बंद हुई. पश्चिम नागपुर की कुछ बस्तियों में भी बिजली की आंखमिचौली से लोग परेशान रहे. त्योहारों के चलते 4 दिन किसी भी हालत में सिटी में बिजली बंद नहीं करने का निर्देश दिया गया है. 

    जिला स्तरीय वार रूम की स्थापना

    महावितरण ने लोडशेडिंग से राहत देने के लिए जिला स्तरीय वार रूम की स्थापना की है. सुबह के समय बिजली गुल न हो, इसका नियोजन भी किया है. नागपुर व वर्धा में वार रूम बनाए गए हैं. गुरुवार को महावितरण को 700-800 मेगावाट बिजली उपलब्ध हुई जिसके चलते पूरे राज्य में सुबह 7 से 10 बजे तक लोडशेडिंग नहीं की गई. इससे ग्राहकों को राहत मिली. दावा किया गया कि बाबासाहब आंबेडकर की जयंती के चलते अखंडित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की गई.

    सुबह 22500 मेगावाट बिजली की मांग थी जिसकी सफलतापूर्वक आपूर्ति की गई. शाम के समय भी अधिक से अधिक मांग पूरा करने का नियोजन किया गया. एनटीपीसी से 550 मेगावाट बिजली 15 अप्रैल को उपलब्ध होने वाली है. ऊर्जा मंत्री सहित व्यवस्थापकीय संचालक विजय सिंघल राज्य के प्रत्येक जिले पर नजर रखे हुए हैं. सभी वार रूम की जिम्मेदारी प्रमुख अधीक्षक अभियंता दर्ज के अधिकारियों को दी गई है जो नियोजन कर लोडशेडिंग को टालने का हरसंभव प्रयास करेंगे.