(प्रतीकात्मक तस्वीर)
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    नागपुर. राज्यभर में होने जा रही 18,000 पदों की पुलिस भर्ती में एक उम्मीदवार को केवल 1 आवेदन भरने की अनुमति है. इससे युवाओं में जबरदस्त गुस्सा है. निर्णय के खिलाफ रविवार को उम्मीदवारों ने हुंकार भरी. सैकड़ों की तादाद में युवक-युवती संविधान चौक पर जमा हुए. अपनी मांगे पूरी करवाने के लिए आवाज उठाई. दोपहर को शिष्ट मंडल ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलकर ज्ञापन सौंपा.

    सुबह 11 बजे से ही युवाओं का जमावड़ा होने लगा. बड़ी संख्या में युवतियां भी इस प्रदर्शन में शामिल हुई. बेहद अनुशासित तरीके से यह प्रदर्शन किया गया. भारत माता की जय और हमारी मांगे पूरी करों के अलावा कोई नारा नहीं लगाया गया. एक युवक ने बताया कि पहले उम्मीदवारों को एक से ज्यादा आवेदन करने की अनुमति थी. यदि वह किसी कारण से एक घटक में कोई इवेंट नहीं कर पाया तो दूसरे जिले का विकल्प उसके पास होता था लेकिन केवल एक आवेदन करने से तो उसके कई वर्षों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा. एक युवक ने बताया कि वर्ष 2017 में उसने नागपुर और चंद्रपुर में आवेदन दिया था.

    नागपुर में गोला फेंकते समय फाउल हो गया और वह बाहर हो गया लेकिन चंद्रपुर में सभी ‍इवेंट अच्छे से किए. केवल 1 अंक से वह भर्ती होने से चूक गया लेकिन इसका लाभ मिला और एमएसएफ के लिए चयन हो गया. यदि वह केवल नागपुर में आवेदन देता तो कोई विकल्प नहीं बचता. इसीलिए पूरी आवेदन प्रक्रिया पहले की तरह होनी चाहिए. 

    मंत्रिमंडल से चर्चा करने का दिया आश्वासन

    दोपहर 1.30 बजे पुलिस ने उम्मीदवारों के शिष्टमंडल को देवगिरी में फडणवीस से मिलवाया. फडणवीस ने कहा कि नई नीति में कोई गड़बड़ी नहीं है. सभी जिलों और घटकों में अनुमति मिलने से भर्ती प्रक्रिया लंबी चलेगी. अपनी पसंद से कोई एक जिला या घटक चुनकर आवेदन करें. शिष्टमंडल ने अपनी परेशानियों की जानकारी देते हुए कहा कि सैकड़ों युवाओं के लिए यह आखरी मौका होगा. ऐसे में किसी एक जगह चूक होने से भविष्य में कभी मौका नहीं मिलेगा. फडणवीस ने इस विषय को लेकर मंत्रिमंडल से चर्चा करने का आश्वासन दिया.

    आप 6 जिले के पालक मंत्री बन सकते हैं

    प्रदर्शन में शामिल हुई एक युवती ने आवाज उठाई कि जब उपमुख्यमंत्री अपने पास अलग-अलग मंत्रालय रख सकते हैं. खुद 6 जिलों के पालक मंत्री बन सकते हैं. हमें तो केवल आवेदन भरने की अनुमति चाहिए. हमें तो केवल एक नौकरी चाहिए. यदि भर्ती के दौरान महावारी की समस्या हो जाए तो एक महिला कैसे दौड़-भाग कर पाएगी. पूरी क्षमता के साथ प्रदर्शन नहीं कर पाएगी. एक फाउल के कारण हमारा भविष्य खराब हो जाएगा. इसीलिए अन्य जिलों में भी आवेदन करने की अनुमति मिलनी चाहिए. 

    …तो न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे

    इस मुद्दों को लेकर युवा उम्मीदवार आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी में है. उनका कहना था कि यदि सरकार ने यह नीति नहीं बदली तो इसके खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे. इसके पहले मैट भी सरकार के इस निर्णय के विरुद्ध निर्णय दे चुका है. आखिर में वही एक विकल्प बचेगा लेकिन उम्मीद है कि सरकार उनकी मांग को मान्य करेगी.