नागपुर. क्राइम ब्रांच की टीम ने हुड़केश्वर थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात हुई डकैती का 36 घंटे में पर्दाफाश करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. 4 आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. लगातार पुलिस जांच में जुटी हुई थी. करीब 200 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को आरोपियों का सुराग मिला.
पकड़े गए आरोपियों में गजानननगर, जोन चौक निवासी मंगेश मोतीराम झलके, महाजनवाड़ी, वानाडोंगरी निवासी सुमित वसंतराव घोड़े, साई श्रद्धा पार्क, बेलतरोड़ी निवासी जयंत सतीश कांबले (25), राहुलनगर, सोमलवाड़ा निवासी निखिल उर्फ हिमांशु दिनेश कैथवास (24), एसआरए कॉलोनी, कपिलनगर निवासी शेख अमीन उर्फ असलम शेख सत्तार (21) और अलताफ खान अहमद खान (52) का समावेश हैं. उनके साथी इमरान उर्फ राजा अलताफ खान, नागसेन वन झोपड़पट्टी निवासी दानिश, अब्दुल फङीम उर्फ चूहा हनीफ शेख और 2 अज्ञात आरोपी अब भी फरार है.
शनिवार की रात आरोपियों ने न्यू ओमकारनगर के रोटकर लेआउट में रहने वाले अमित चंद्रकांत दुरुगकर (34) के घर में डाका डाला था. आरोपियों ने पहले घर का मेन स्विच बंद किया. जैसे ही अमित और उनकी मां ने घर का दरवाजा खोला हथियारों से लैस आरोपी उनके घर में घुस गए. अलमारी से 8 लाख रुपये नकद लूटकर फरार हो गए. हुड़केश्वर पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच का सेंधमारी विरोधी दस्ता भी जांच में जुटा था. पुलिस ने अमित के घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. इसके बाद जिन-जिन मार्गों से आरोपी निकले पुलिस उन रास्तों की फुटेज खंगालती गई. डाका डालने की योजना बनाने वाले जयंत कांबले को पुलिस ने हिरासत में लिया.
गुप्तधन मिलने की दी थी जानकारी
जयंत ने मंगेश झलके और सुमित घोड़े द्वारा टिप देने की जानकारी दी. मंगेश ने उन्हें बताया था कि अमित के परिजनों को गुप्त धन मिला है. उनके घर में करीब 8 करोड़ रुपये नकद और आधा बोरा भरकर सोना निकला है. जिसके बाद जयंत ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई. पुलिस ने एक-एक कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया. उनसे 5 लाख रुपये नकद और 6 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं.
पिछले 1 महीने से आरोपी अमित और उनके घर की रेकी कर रहे थे. घर के सदस्यों की पूरी जानकारी हासिल करने के बाद आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया. डीसीपी अर्चित चांडक के मार्गदर्शन में एपीआई मयूर चौरसिया, पीएसआई विवेक झिंगरे, शेखर राघोते, अनंता क्षीरसागर, हेड कांस्टेबल राजेश देशमुख, सुनील ठवकर, रवि अहिर, प्रशांत गभणे, प्रवीण रोडे और चेतन पाटिल ने कार्रवाई को अंजाम दिया.