नागपुर. जिले में जिला परिषद की 78 ऐसी शालाएं हैं जहां 1 भी शिक्षक नहीं हैं. वैसे ही 2 शिक्षकों वाली शालाओं में 1-1 ही कार्यरत हैं. 30जून से स्कूल शुरू होने वाले हैं. सवाल यह उठ रहा है कि जिन शालाओं में शिक्षक ही नहीं हैं वहां बच्चों को पढ़ाएगा कौन. पूरे जिले की जिप शालाओं में 786 पद रिक्त हैं जिसके चलते यह समस्या खड़ी हुई हैं.
भंडारा जिप की तर्ज पर यहां भी कॉन्ट्रैक्ट पर शिक्षक नियुक्त करने की मांग बीते 2 आमसभा में सदस्यों द्वारा उठाया गया है लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. इससे तो लग रहा है कि इस वर्ष भी ग्रामीण भागों के बच्चों की शिक्षा में बाधा होगी. समस्या के समाधान के लिए जिप अध्यक्ष मुक्ता कोकड्डे ने प्रतिनियुक्ति पर ड्यूटी कर रहे शिक्षकों को उनके मूल पोस्टिंग पर भेजने का आदेश दिया है ताकि कुछ शालाओं में तो व्यवस्था सुचारू हो सके.
69 की मानधन पर होगी भर्ती
रिक्त पदों को देखते हुए बीते वर्ष से जिप सेसफंड की निधि से मानधन की व्यवस्था करते हुए कॉन्ट्रैक्ट पर शिक्षक की भर्ती की जा रही है. उक्त जानकारी प्राथमिक शिक्षाधिकारी रोहिणी कुंभार ने दी. उन्होंने बताया कि बीते वर्ष 60 से अधिक शिक्षकों को मानधन पर नियुक्त किया गया था. इस वर्ष भी 34.51 लाख रुपये का प्रावधान सेसफंड में किया गया है. करीब 69 शिक्षकों की नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट बेस पर की जाएगी. इसमें 17 माध्यमिक व 52 प्राथमिक शालाओं में भर्ती होगी.
रद्द होगी प्रतिनियुक्ति
कुंभार ने बताया कि जिप शालाओं के जो भी शिक्षक अन्य किसी जगहों पर प्रतिनियुक्ति पर हैं, उनकी तहसील निहाय जानकारी मांगी है. लगभग 10-15 ऐसे शिक्षक होने की जानकारी है. रिपोर्ट मिलते ही उन शिक्षकों को तत्काल उनकी मूल शालाओं में भेजा जाएगा. यह सारी प्रक्रिया शालाएं शुरू होने के पूर्व ही की जाएगी ताकि बच्चों की शिक्षा में किसी तरह की अड़चन न आए.
तहसील निहाय रिक्त पदों की स्थिति
तहसील रिक्त पद
रामटेक 118
नरखेड़ 111
मौदा 97
कुही 67
पारशिवनी 61
काटोल 64
हिंगना 58
उमरेड 50
भिवापुर 35
नागपुर ग्रा. 39
कामठी 24
कलमेश्वर 20
सावनेर 42