Tiger
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नागपुर. वन विभाग के कड़े प्रयासों से बाघों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. टाइगर कैपिटल कहे जाने वाले नागपुर की सीमा से लगकर बड़े पैमाने में वन क्षेत्र फैला हुआ है जिसमें नागपुर समेत गड़चिरोली, चंद्रपुर आदि जिलों के टाइगर रिजर्व शामिल हैं. यहां बाघों समेत अन्य कई शाकाहारी एवं मांसाहारी जानवरों की संख्या बढ़ी है. बढ़ते जंगली जीवों की संख्या के साथ मानव वन्यजीव संघर्ष में भी बढ़ोतरी दर्ज हुई है.

इनमें कई बार जंगली जानवर तो कई बार मनुष्य अपनी जान गवां बैठते हैं. रविवार को गड़चिरोली और चंद्रपुर से बाघों के हमले में 1 महिला और 1 पुरुष की मौत होने की घटनाएं सामने आई. इससे वन विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है. बाघों द्वारा शिकार बनाई गई महिला का नाम चिंतालपेट, अहेरी, गड़चिरोली निवासी सुषमा देवीदास मंडल (55) था.

चंद्रपुर में शामराव रामचंद्र तिडसुरवार शिकार हुआ. रविवार की सुबह करीब 11.30 बजे सुषमा चिंतलपेट शिवारा में जंगल के समीप खेत में कपास चुन रही थी. इस दौरान झाड़ियों में छिपे बाघ ने पीछे से हमला कर दिया. सुषमा की चीख सुनकर अन्य महिलाएं उनकी ओर दौड़ीं तो बाघ जंगल की ओर भाग गया. हमले में सुषमा की मौत हो गई. सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी मौके पर पहुंचे और पंचनामा किया.

इसी तरह रविवार को दोपहर करीब 1.30 शामराव बल्हारशाह वन परिक्षेत्र के नियतक्षेत्र कारवा 1 में संरक्षित वन खंड क्र. 492 में जलाऊ लकड़ी इकट्ठा कर रहा था. इस दौरान एक बाघ ने उस पर हमला कर दिया. बाघ के हमले में उसकी मौत हो गई. लोगों ने वन विभाग एवं पुलिस को सूचित किया. दोनों विभागों की टीमों ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा किया. मृतक के परिजनों को तत्काल 25,000 रुपये आर्थिक मदद दी गई. दोनों मामलों में वन विभाग द्वारा जांच की जा रही है.