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प्रतिकात्मक तस्वीर

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नागपुर. बेसा पावर हाउस में तकनीकी खराबी की वजह से दक्षिण नागपुर की कई बस्तियों में 2-3 घंटे की लोडशेडिंग शुरू हो गई है. हालांकि महापारेषण द्वारा युद्ध स्तर पर सुधार का कार्य करने का दावा किया जा रहा है लेकिन भीषण गर्मी ने लोगों को हलाकान कर दिया है. अब तो केवल दक्षिण नागपुर के हिस्से नहीं बल्कि सिटी के अन्य हिस्सों में भी बिजली गुल शुरू हो गई है. इन दिनों गर्मी ने हलाकान कर रखा है पारा 42 डिसे पार चुका है. इस हालत में बिना पंखे, कूलर, एसी के एक मिनट भी रहना मुश्किल हो जाता है, वहीं कई जगह 1 घंटे तो कुछ बस्तियों में 2-3 घंटे तक लोडशेडिंग की जा रही है. बेसा पावर में सुधार कार्य होने से बात समझ भी आती है लेकिन अन्य क्षेत्रों में लोडशेडिंग समझ से परे है.

बिजली विभाग के कार्यालयों में फोन करने पर संतोषप्रद जवाब नहीं मिलता. वहीं कुछ जगह तो लैंडलाइन नंबर ही बंद है. दिघोरी, जानकीनगर, महालक्ष्मीनगर, ताजबाग, मानेवाड़ा, बेसा, हुड़केश्वर, विहीरगांव, ग्रेसिया कॉलोनी, रामकृष्णनगर न्यू सुभेदार, जुना सुभेदार, श्रीकृष्णनगर, आशीर्वादनगर, भोलेनगर, लवकुशनगर, दिघोरी टोल नाका, नरसाला आदि बस्तियों में चौबीस घंटे में 2-3 घंटे लोडशेडिंग की जा रही है.

पूर्व तैयारी क्यों नहीं करता विभाग

गर्मी के दिनों में बिजली की खपत बढ़ने पर दिक्कतें आती हैं लेकिन यह कोई नई बात नहीं है. हर वर्ष अप्रैल, मई महीने में तेज धूप पड़ती है. ऐसे में बिजली विभाग को तैयार रहना चाहिए. नागरिकों का कहना है कि यदि बिजली का बिल निश्चित समय अदा नहीं कर पाने पर कर्मचारी कनेक्शन काटने के लिए आ जाते हैं जब बिजली विभाग सख्ती बरतता है तो फिर नागरिकों को अबाधित रूप से बिजली मिलनी चाहिए. गर्मी के दिनों में एक क्षण भी बिना कूलर, पंखों के रहना मुश्किल होता है. 2-3 घंटे की बिजली कटौती बर्दाश्त के बाहर हो रही है.