Lok Sabha Elections

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नागपुर. नागपुर लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवारी घोषित होने के बाद जिले की रामटेक सीट में दोनों ही गठबंधनों के उम्मीदवारों का बेसब्री से इंतजार हो रहा है. वहीं दूसरी ओर मविआ व महायुति में अभी इस सीट पर पार्टियों के दावे-प्रतिदावे चल रहे हैं. शिवसेना की इस सीट को जहां भाजपा शिंदे गुट से मांग रही है तो वहीं दूसरी ओर शिवसेना यूबीटी से कांग्रेस इस सीट को छोड़ने के लिए कह रही है. जानकारी तो यह मिली है कि यूबीटी कांग्रेस के लिए यह सीट छोड़ने को तैयार हो गई है जिसके बदले सांगली सीट उसे देने का विचार किया जा रहा है.

गिव एंड टेक वाली इस सौदेबाजी में दोनों पार्टियों में बगावत होने की भी संभावना बन सकती है. दो बार यहां से सांसद रहे कृपाल तुमाने की टिकट काटकर अगर भाजपा को यह सीट दी गई तो उनके समर्थक भड़क सकते हैं. कई दिनों से यह खबर फैली हुई है कि कांग्रेस विधायक राजू पारवे को भाजपा अपने खेमे में लाकर उम्मीदवार बना सकती है, दूसरा यह कि तुमाने को कमल चिन्ह पर लड़वाया जा सकता. इन सारे कयासों के बीच यह चर्चा जोरों पर है कि अपने पूर्व जिलाध्यक्ष अरविंद गजभिये को बीजेपी उम्मीदवार बना सकती है. 

कांग्रेस का बदला समीकरण

इस सीट से अगर यूबीटी व शिंदे गुट ने दावेदारी छोड़ी तो चुनाव का समीकरण ही बदल जाएगा. सीधी टक्कर कांग्रेस व बीजेपी के बीच हो जाएगी जो पहले महायुति और आघाड़ी के बीच हुआ करती थी. फिलहाल तो यूबीटी के लिए इस सीट से किसी भी उम्मीदवार का नाम नहीं चल रहा है जबकि कांग्रेस के वजनदार नेता सुनील केदार ने पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रश्मि बर्वे का नाम पार्टी को दिया है. वहीं बर्वे परिवार से नरेश बर्वे भी चुनाव लड़ने के इच्छुक बताए जा रहे हैं. नरेश बर्वे वर्षों से क्षेत्र में पार्टी संगठन में सक्रिय हैं. उनके अपनी पार्टी कांग्रेस के नेताओं के साथ ही शिवसेना यूबीटी नेता व पूर्व सांसद प्रकाश जाधव से भी अच्छे संबंध बताये जाते हैं. हालांकि मविआ का जो भी उम्मीदवार होगा उसके लिए इसमें शामिल सभी घटक दल कार्य करेंगे लेकिन नरेश बर्वे को उम्मीदवारी मिली तो शिवसेना यूबीटी का तगड़ा साथ मिल सकता है. रामटेक सीट से पूर्व पालक मंत्री नितिन राऊत को भी टिकट दिये जाने की उम्मीद जताई जा रही. उनके बेटे कुणाल राऊत ने भी यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. पूर्व महिला जिलाध्यक्ष तक्षशिला वाघधरे के लिए भी एक गुट लामबंद हो रहा है.

पारवे के फिर पार्टी छोड़ने के कयास

कांग्रेस विधायक राजू पारवे के संदर्भ में पार्टी छोड़कर बीजेपी का कमल पकड़ने के कयास काफी दिनों से लगाए जा रहे हैं लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया है. सोमवार को सुबह से ही सोशल मीडिया में उनके शिवसेना शिंदे गुट में जाने की खबरें वायरल होती रही हैं. एकनाथ शिंदे की फोटो के साथ उनके फोटो वायरल किये जाते रहे. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार पारवे कहीं नहीं जा रहे हैं. खुद पारवे ने इससे इनकार किया है. जब तक दोनों गठबंधनों का उम्मीदवार घोषित नहीं हो जाता तब तक तरह-तरह के कयास लगते ही रहेंगे. सभी पार्टी के कार्यकर्ता भी उम्मीदवार घोषित किये जाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. रामटेक सीट से हर चुनाव में तीसरे स्थान पर रहने वाली बसपा इस बार महिला उम्मीदवार उतारना चाह रही है. जानकारी के अनुसार वह दमदार महिला चेहरे की तलाश कर रही है. कुछ को ऑफर भी किया गया है. बताते चलें कि 2014 में बसपा की टिकट पर किरण पाटनकर ने चुनाव लड़ा था.

आज कांग्रेस सीडब्ल्यूसी की बैठक

जानकारी के अनुसार 19 मार्च को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक होने वाली है. इसमें सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा व निर्णय लिये जाएंगे. सीटों के संदर्भ में स्थिति स्पष्ट होने के बाद पहले उन सीटों के उम्मीदवार घोषित किये जाएंगे जहां गठबंधन पार्टियों के साथ किसी तरह का विवाद नहीं है. शेष सीटों की उम्मीदवारी मित्र दलों से चर्चा के बाद ही तय किये जाएंगे. बताया जा रहा है कि रामटेक सीट के लिए उम्मीदवार घोषित करने में 2-3 दिनों का समय लग सकता है. भाजपा भी महायुति का उम्मीदवार 2-3 दिनों में ही घोषित करने की बात कह रही है.