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ग्रीन जिम (प्रतीकात्मक तस्वीर)

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रखरखाव का अभाव, बगीचों में लोहे के अस्थि-पंजर
96 स्थानों की सूची
07 लाख रु.प्रत्येक व्यायामशाला पर खर्च का आकलन

नागपुर: मनपा में सत्तापक्ष और प्रशासन के बीच विकास कार्यों को लेकर कड़ा संघर्ष देखा गया। सत्तापक्ष एक ओर प्रशासन को खुली चुनौती देता रहा है, वहीं समन्वय रखने की हलके में चेतावनी भी दे रहा। सत्ता संघर्ष का खेल भले ही लंबे समय तक जारी रहा हो लेकिन सत्तापक्ष को खुश करने के लिए प्रशासन की ओर से कई स्थानों पर ग्रीन जिम लगाए गए। आलम यह है कि इन ग्रीन जिम की देखभाल उचित ढंग से नहीं होने के कारण अब यही लोहे के अस्थी-पंजर में तब्दील होते जा रही है। जिससे बगीचों में जाने वाले लोगों के लिए यह किसी खतरे से कम नहीं है। उल्लेखनीय है कि मनपा को ग्रीन जिम (green gym) के लिए जिला वार्षिक योजना के तहत करोड़ों की निधि प्राप्त हुई थी। जिसके बाद 96 स्थानों की सूची तैयार की गई थी। पहले निधि नहीं होने के आंसू बहाए गए। बाद में ग्रीन जिम जहां-तहां लगा दिए गए। इसी तरह से प्रत्येक खुली व्यायाम शालाओं पर प्रति व्यायाम शाला 7 लाख रु. खर्च का आकलन भी किया गया।

15 मैदानों पर 90 लाख हो चुके हैं खर्च

जानकारी के अनुसार 15 मैदानों में ओपन जिम लगाने पर कुल 90 लाख रु. खर्च किए जा चुके हैं। प्रत्येक जिम के लिए 6 लाख रु. का अनुदान दिया गया था। जिसमें न केवल मनपा बल्कि प्रन्यास के भी कुछ मैदानों पर ग्रीन जिम के साहित्य लगाए गए थे। साथ ही कई बड़ी संस्था को भी ग्रीन जिम का साहित्य प्रदान किया गया। इसमें भी मनपा के 13 मैदानों पर ग्रीन जिम लगाने के काम को अंजाम दिया गया, किंतु गत वर्ष मिली 160 मैदानों की निधि खर्च नहीं हो पाने पर आश्चर्य जताया गया था। लेकिन बाद में वर्ष 2022 के अंत में ग्रीन जिम लगाने की होड़ सी मच गई।

DCP से मिली लाखों की निधि

-जिला वार्षिक योजना 17-18 में ग्रीन जिम के अंतर्गत 15 ओपन जिम का कार्य किया गया। जिस पर कुल 90 लाख खर्च की गई।
-वर्ष 18-19 में कुल 64 ग्रीन जिम और खुली व्यायाम शाला का काम किया गया। जिस पर कुल 4. 32 करोड़ खर्च किया गया।
-वर्ष 19-20 के विकास अनुदान योजना में जिला नियोजन समिति द्वारा कुल 11। 12 करोड़ का नियोजन कर 160 खुली व्यायाम शालाओं और मैदानों पर व्यायाम साहित्य लगाने का निर्णय लिया गया था।
-लंबे समय तक अधिकारी और मनपा की लापरवाही के चलते 160 मैदानों पर साहित्य नहीं लग पाए थे।