File Photo: PTI
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    नागपुर. दक्षिण मध्य रेल जोन के तहत विजयवाड़ा मंडल में भारी के कारण पटरियां पानी में डूबने के चलते आनन-फानन में दोनों ओर से आने वाली ट्रेनों को रोकना पड़ा. आपातकालीन स्थिति में भेजे गये संदेश में एससीआर की ओर से कई ट्रेनों को शार्ट टर्मिनेट करने को कहा गया. इससे नागपुर से दक्षिण भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोकना पड़ा. हालांकि देर तक यह तय नहीं हो सका था कि ट्रेनों को किस स्टेशन पर टर्मिनेट करना है. एससीआर की ओर से अपने सभी रेल मंडल की ओर से बताया गया कि भारी बारिश के कारण पडुगुपडु और नेल्लोर के बीच सुबह 8 बजे से दोनों ट्रैक पर पानी भर गया है. ऐसे में विजयवाड़ा से गुडुर सेक्शन में किसी भी ट्रेन को मंडल में प्रवेश नहीं करने दिया जा सकता. इसलिए इस सेक्शन से गुजरने वाली ट्रेनें को तुरंत शार्ट टर्मिनेट कर दिया जाये. 

    हैदराबाद रूट ही रहा शुरू

    हालांकि हैदराबाद की ओर जाने वाली ट्रेनें चलती रही लेकिन विजयवाड़ा और चेन्नई की ओर जाने वाली ट्रेनों के परिचालन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया. ऐसे में मध्य रेल नागपुर मंडल से गुजरने वाली ट्रेनों को भी विभिन्न स्टेशनों पर रोक दिया गया. इनमें ट्रेन 12622 दिल्ली-चेन्नई तमिलनाडु एक्सप्रेस को बाबुपेठ, 12968 जयपुर-चेन्नई एक्सप्रेस को चितोड़ा, 12194 जबलपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस को सिंदी, 12540 लखनऊ-यशवंतपुर एक्सप्रेस को नागपुर, 12296 दानापुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस को गौरीगंज, 12722 हजरत निजामुद्दीन-हैदराबाद दक्षिण एक्सप्रेस को काटोल और 22351 पाटलिपुत्र-यशवंतपुर एक्सप्रेस को नरखेड़ में रोक दिया गया. देर तक इस बात का निर्णय नहीं लिया जा सका कि ट्रेनों को किस स्टेशन से टर्मिनेट करना है. ऐसे में रोकी गई ट्रेनों को धीरे-धीरे आगे चलाया गया लेकिन इटारसी से नागपुर और नागपुर से बल्लारशाह के बीच इन्हें घंटों खड़ा रखा गया. मंडल के तहत कुछ ट्रेनें सेवाग्राम, चंद्रपुर और बल्लारशाह स्टेशनों तक ट्रेनों घंटों की देरी से चली. 

    यात्री हुए हलाकान

    इस बीच संघमित्रा समेत अन्य कई ट्रेनें समाचार लिखने तक 2 से 3 घंटे तक की देरी से चलती रही. वहीं, छोटे स्टेशनों पर खानपान की सुविधा न होने से ट्रेनों में सवार यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि नागपुर मंडल की ओर से चंद्रपुर और बल्लारशाह स्टेशनों पर भोजन उपलब्ध कराया गया. फिर भी लेटलतीफी के कारण यात्रियों का सफर कठिन हो गया.

    टर्मिनेट करने का कोई मैसेज नहीं : ACM थूल

    उधर, ट्रेनों का परिचालन बिगड़ते ही मध्य रेल नागपुर मंडल के एसीएम संजय थूल स्टेशन पहुंच गये और देर रात तक स्थिति पर नजर बनाये रखी. एसीएम थूल ने बताया कि ट्रेनों को टर्मिनेट करने का कोई मैसेज नहीं मिला है. ऐसे में ट्रेनों को वापस भेजने के बजाय अलग-अलग स्टेशनों पर रोककर धीरे-धीरे आगे बढ़ाया जा रहा है. एक ट्रेन को बल्लारशाह, एक को चंद्रपुर और एक को सेवाग्राम में रोका गया. इसी  प्रकार अन्य ट्रेनों को भी संचालित किया गया.