Water supply from tankers in 28 villages and 20 wadas
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    नागपुर. सिटी के सीमावर्ती इलाकों में तेजी से बस्तियां बढ़ रही हैं. वाड़ी इलाके में भी अनेक कॉलोनियां व बस्ती बस गई हैं, जहां महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण जलापूर्ति करता है. विभाग की घोर निष्क्रियता व कुंभकर्णी नींद के चलते नागरिकों को दूषित पानी सप्लाई हो रही है. नलों के पानी में नारू व अन्य प्रकार की इल्लियां निकल रही हैं. मटमैला पानी आ रहा है. नागरिकों ने कई बार शिकायत की लेकिन विभाग के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं. इल्लियों वाले दूषित पानी से हजारों नागरिकों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है.

    पीलिया जैसी बीमारी होने का खतरा सिर पर है. नागरिकों ने बताया कि एटॉमिक एनर्जी डिपो रोड पर बसे लाइफस्टाइल टाउनशिप, लेक व्यू अपार्टमेंट और यहीं से सटे आंबेडकर नगर में बीते कई दिनों से पीने का पानी गंदा आ रहा है. उसमें नारू जैसे जंतु बड़े पैमाने पर आ रहे हैं. ऐसा ही हाल रमाबाई चौक, पंचशील चौक और सम्राट चौक के आसपास के घरों की भी है. इससे नागरिक त्रस्त हो गए हैं. 

    फोटो-वीडियो भेजे पर दखल नहीं

    नागरिकों ने बताया कि महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के अधिकारियों को अनेक बार फोन पर दूषित पानी की आने की जानकारी दी. कुछ लोगों ने प्रत्यक्ष मुलाकात कर फोटो और पानी में इल्लियों के वीडियो भी दिखाए और अधिकारियों को भेजे लेकिन कोई दखल नहीं ली जा रही है. गर्मी के दिनों में वाड़ी इलाके में पानी के साथ मजीप्रा नागरिकों को बीमारी सप्लाई करने का काम कर रहा है.

    पाइपलाइन में लीकेज

    बीते कई दिनों से शिकायत के बाद भी मुख्य पाइपलाइन में लीकेज की समस्या है. अधिकारी जवाब देते हैं कि दुरुस्ती का काम चल रहा है लेकिन काम होते नजर नहीं आ रहा है. अनेक नागरिकों ने बताया कि लंबे अर्से से पानी की टंकियों की सफाई तक नहीं की गई है जिसके चलते इल्लियां व अन्य जंतु पानी के साथ लोगों के घरों में पहुंच रहे हैं. अधिकारी एसी कार्यालयों में बैठकर शुद्ध पानी पी रहे हैं और नागरिकों को दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है. अधिकारियों के खिलाफ नागरिकों में रोष देखा जा रहा है.