नासिक स्नातक चुनाव में जीत के बाद सत्यजीत तांबे की भूमिका स्पष्ट, बोले- मैं निर्दलीय विधायक ही रहूंगा

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    नासिक : नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र (Nashik Graduate Constituency) के चुनाव (Election) में जिस तरह से राजनीतिक ड्रामा शुरू से देखने को मिला, इस सियासी ड्रामे के बाद सत्यजीत तांबे (Satyajeet Tambe) ने एक अहम खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि मैं निर्दलीय विधायक (Independent MLA) के रूप में ही काम करूंगा। तांबे ने नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव परिणाम के सामने आने के बाद यह अहम खुलासा किया है। इसी पृष्ठभूमि में उन्होंने खुलासा किया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा था कि चुनाव की तिथियां घोषित होते ही उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी जाएगी। बाद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं  ने कहा कि चूंकि पिता विधायक हैं, इसलिए वे मुझे टिकट नहीं दे सकते। सत्यजीत तांबे ने आरोप लगाया है कि तांबे परिवार को बदनाम करने की साजिश रची गई। उन्होंने कहा कि इस मामले में बालासाहेब थोरात को भी फंसाने की कोशिश की गई। 

    तांबे ने इस दौरान कहा कि चुनाव के कई शिक्षक संघों ने हमारा समर्थन किया है। टीडीएफ और शिक्षा भारती सहित कई संगठन हमारे साथ खड़े रहे और हमारी विजय में अहं भूमिका अदा की। तांबे ने इस दौरान खुलासा किया कि वे किसी पार्टी का दामन नहीं थामेंगे और निर्दलीय विधायक के तौर पर काम करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुना गया है, इसलिए मैं किसी पार्टी का दामन नहीं थामूंगा। 

    मतदाताओं ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उसे मैं कभी टूटने नहीं दूंगा: तांबे 

    तांबे ने कहा कि मैं अभी-भी कांग्रेस में हूं, लेकिन एक विधायक के रूप में मैं भविष्य में भी निर्दलीय ही रहूंगा। तांबे ने नासिक वासियों को भरोसा दिलाया कि वे समय-समय पर सरकार से जनहित के काम करने के लिए मदद लेंगे, वे विपक्षी पार्टी के नेताओं के पास जाएंगे, वे सबके पास जाएंगे और सभी से मार्गदर्शन लेंगे। तांबे ने भविष्य के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आने वाले समय में नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से जुड़े कार्य बड़ी तेजी और अच्छी तरह से किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मतदाताओं ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उसे मैं कभी टूटने नहीं दूंगा।