एरंडोल में चंद्रकांत पाटिल के विरोध में आंदोलन

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    एरंडोल : महाराष्ट्र राज्य (Maharashtra State) को प्रगति की ओर ले जाने वाले महात्मा फुले (Mahatma Phule), डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर (Dr. Babasaheb Ambedkar), कर्मवीर भाऊराव पाटिल (Karmaveer Bhaurao Patil) के बारे में आपत्तिजनक बयान (Objectionable Statement) देने के विरोध बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल (BJP Leader Chandrakant Patil) के खिलाफ आंदोलन (Protest) किया गया। सरकार के एक जिम्मेदार मंत्री द्वारा जानबूझकर आपत्तिजनक बयान देना बेहद निंदनीय है। चंद्रकांत पाटिल के उक्त बयान से उस समाज से जुड़े लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। राज्य में पिछले कई महीनों से बीजेपी नेता इस तरह के बेतुके और गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं। 

    आंदोलन करने वालों ने सत्ताधीशें को नसीहत दी कि उन्हें यह ध्यान में रखना चाहिए कि यदि ऐसे ही चलता रहा तो राज्य में अराजकता बढ़ जाएगी। आंदोलनकारियों ने चेताया कि अगर बीजेपी नेता इस तरह की बयानबाजी करते रहे तो भयंकर परिणीम होंगे। महात्मा फुले युवा क्रांति मंच, समता परिषद, पंचशील मित्र मंडल, सत्यशोधक परिषद और समस्त बहुजन समाज के लोगों की उपस्थिति में हुए इस आंदोलन ने इस बात का एहसास हो गया कि बीजेपी नेताओं के हालिया बयान से यह समाज किस हद तक आहत हुआ है। आंदोलनकारियों ने आंदोलन करते समय चंद्रकांत के बैनर की फोटो पर जूते मारकर अपना विरोध दर्शाया। 

    आंदोलन में इनकी थी उपस्थिति 

    आंदोलन में कांग्रेस के क्षेत्रीय प्रतिनिधि विजय महाजन, पूर्व उपाध्यक्ष शालिग्राम गायकवाड़, पूर्व नगरसेवक रूपेश माली, महात्मा फुले युवा क्रांति मंच के पूर्व अध्यक्ष कैलास महाजन, युवा सेना के जिला समन्वयक अतुल महाजन, शिवसेना के नगर प्रमुख कुणाल महाजन, नगर प्रमुख युवा सेना के प्रमोद महाजन, समता परिषद के शहर अध्यक्ष सागर महाजन, कांग्रेस के शहर अध्यक्ष संजय भदाणे, सुदर्शन महाजन, अनिल महाजन, गजानन महाजन, युवराज महाजन, प्रह्लाद महाजन, संघरत्न गायकवाड़, प्रो. आर एस पाटिल, गोपाल महाजन, शरद चौधरी, कविराज पाटिल, साधन महाजन, कमलेश महाजन, राजधर महाजन, दिनेश महाजन, प्रसाद महाजन, जितेंद्र महाजन, सुनील महाजन, सुरेश महाजन सहित फुले शाहू अंबेडकर के समर्थक उपस्थित थे।