सिडको : जमानत प्रक्रिया (Bail Process) पूरी करने के लिए शिकायतकर्ता महिला से 15 हजार रुपयों की रिश्वत (Bribe) मांगने वाले अंबड पुलिस थाना (Ambad Police Station) के पुलिस उपनिरीक्षक (Sub-Inspector) और पुलिस सिपाही (Police Constable) को नाशिक (Nashik) एंटी करप्शन विभाग (Anti-Corruption Department) ने शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफतार कर लिया।
एंटी करप्शन विभाग की इस कार्रवाई से पुलिस दल में खलबली मच गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार (Arrested) किए गए लोगों में कैलास आनंद सोनवणे (57), निवासी खांडे माला, सिडको, नाशिक) और पुलिस कांस्टेबल दीपक बालकृष्ण वाणी (32), निवासी उत्तम नगर, सिडको, नाशिक) हैं। शिकायतकर्ता के खिलाफ अंबड थाने में मामला दर्ज किया गया है। कोर्ट ने मामले में अंतरिम जमानत दे दी है। दोनों ने थाने में जमानत की प्रक्रिया पूरी करने के लिए मंगलवार को महिला से 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। समझौते के अंत में, रिश्वत के रूप में 10,000 रुपये देने का निर्णय लिया गया।
महिला ने घूसखोरी निवारण विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी। तदनुसार, दस्ते ने सत्यापन करके जाल बिछाया। पुलिस उपनिरीक्षक कैलाश सोनवणे ने महिला से 10 हजार रुपये की रिश्वत ली। शक होते ही दोनों रिश्वत लेने वाले फरार हो गए। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की एक टीम ने जाल बिछाया और बुधवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया।