नुकसानग्रस्त फसलों का पंचनामा जल्दी पूरा करें: छगन भुजबल

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    येवला : नांदूर मध्यमेश्वर, देवगांव, रुई, वाकड, कोलगांव, खेडलेझुंगे समेत अनेक गावों (Villages) गोदावरी नदी का पानी भर जाने से जिन किसानों (Farmers) की फसलें (Crops) बर्बाद हुई हैं, उनका पंचनामा करके किसानों को नुकसान भरपाई दी जाए, ऐसी बात राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नाशिक जिले के पूर्व पालक मंत्री छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) ने कही है। भुजबल ने राजस्व और जल संपदा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नुकसानग्रस्त किसानों की नष्ट हुई फसलों का पंचनामा करने में कोई देरी न करें, ताकि किसानों को समय पर नुकसान भरपाई मिल जाएं। 

    राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल की उपस्थिति में निफाड़ तहसील में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान के संबंध में निफाड सरकारी विश्राम गृह में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी, उक्त बैठक में भुजबल ने यह बात कही। उस उन्होंने कहा राहत और पुनर्वास विभाग के प्रमुख सचिव असीम गुप्ता और जिलाअधिकारी गंगाथरन डी से फोन पर पंचनामा और सहायता के मापदंड के संबंध में चर्चा की और स्थानीय अधिकारियों को किसानों को सहायता दिलाने के लिए कार्रवाई करने के निर्देश दिए। 

     टमाटर के लिए भारी कीमत पर बनाया गया टेंट ढह गया

    निफाड़ तालुका में, भारी बारिश और लगातार बारिश के कारण, प्याज के पौधे सड़ गए हैं, खासकर मक्का की फसल और अन्य सभी फसलें जमीन पर गिर गई हैं। सोयाबीन और गन्ना को भी नुकसान पहुंचा है। टमाटर के लिए भारी कीमत पर बनाया गया टेंट ढह गया और क्षतिग्रस्त हो गया। पानी और कीचड़ के कारण फसल सड़ गई है। किसानों को भारी नुकसान हुआ है, इसी तरह इस वर्ष एक और संकट खड़ा हो गया है। गोदावरी नहर के किनारे किसानों के खेतों में पानी भर गया और फसलों को भारी नुकसान हुआ। राज्य के प्रमुख सचिव असीम गुप्ता और जिला कलेक्टर गंगाथरन डी. उनसे चर्चा करने के बाद उन्होंने सरकार के नियमों में बदलाव का सुझाव दिया। तद्नुसार, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन क्षेत्रों में 65 मिमी से कम बारिश हुई है, लेकिन भारी बारिश के कारण निरंतर क्षति हुई है, उनके लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाना चाहिए। भुजबल ने अधिकारियों से कहा कि इस काम में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 

    पंचनामा बनाने के लिए अधिकारी सहयोग करें

    उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर नहर के कारण पानी खेतों में गया है, वह भी किया जाना चाहिए और प्रस्ताव सरकार को तुरंत भेजा जाना चाहिए। यदि किसानों के साथ कोई अन्याय होता है, तो अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए जिन किसानों को नुकसान हुआ है, उनकी सभी फसलों का पंचनामा बनाने के लिए अधिकारी सहयोग करें। 

    राजस्व, जल संसाधन और पुलिस मिलकर काम करें

    भुजबल ने कहा कि गोदावरी दायां नहर जीर्णोद्धार का प्रस्ताव राज्य तकनीकी सलाहकार समिति (एसएलटीएसी) के पास गया है, इसका पालन करें। गोदावरी बायीं नहर के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव तत्काल तैयार कर उचित मौसम में कार्य प्रारंभ करने की योजना बनाई जाए। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि देवगांव क्षेत्र में पानी की निकासी के लिए नाले खोदने के लिए राजस्व, जल संसाधन और पुलिस मिलकर काम करें। 

    समीक्षा बैठक में विधायक दिलीप राव बनकर, प्रान्तीय पदाधिकारी डॉ. अर्चना पाठारे, तहसीलदार शरद घोरपड़े, जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता सागर शिंदे, लोक निर्माण विभाग के अभियंता गणेश चौधरी, राजेंद्र दोखले, विधानसभा अध्यक्ष वसंत पवार, हरिश्चंद्र भावर, ज्ञानेश्वर शेवाले सुरेश खोडे, विलास बोर्स्ते, विनोद जोशी, शिवाजी सुप्नार, पांडुरंग राउत समेत अधिकारी एवं कई सरपंच उपस्थित थे।