E Challan Scam

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E-challan Scam Alert: यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर आपके वाहन पर ई-चालान के तहत जुर्माना लगाया गया है, ऐसा फर्जी मैसेज में साइबर चोर अपनी फर्जी लिंक भेज रहे हैं। जिसे क्लिक करने के बाद आप का बैंक एकाउंट पूरा खाली हो सकता है। यह बात सामने आई है कि नासिक (Nashik) शहर में कई वाहन चालकों को फर्जी ‘ई-चालान’ (Fake E-challan) भेजा गया है। इसलिए ट्रैफिक पुलिस ने नागरिकों को सतर्क रहने और इस तरह के ऐप डाउनलोड न करने की सलाह दी है। 

चोरों ने फैलाया ई-चालान का फर्जी मैसेज (E-challan Scam)
नागरिक पिछले कुछ दिनों से नासिक पुलिस आयुक्तालय की यातायात शाखा में ‘ई-चालान’ (E-challan) के तहत की गई कार्रवाई के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस ने मामले की पुष्टि की तो पता चला कि साइबर चोरों ने ट्रैफिक ई-चालान को लेकर व्हाट्सएप के जरिए फर्जी मैसेज (E-challan Scam) फैलाया था। इसलिए पुलिस कमिश्नर संदीप कार्णिक ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

उसी के तहत परिवहन उपायुक्त चंद्रकांत खांडवी और सहायक आयुक्त आनंद वाघ की टीम साइबर चोरों पर नजर रख रही है। इस बीच जिन नागरिकों को व्हाट्सएप के माध्यम से ई-चालान संदेश प्राप्त हुए हैं। कमिश्नरेट ने उन्हें ई-पेमेंट न करके ट्रैफिक पुलिस से चालान की पुष्टि करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस के लिए कोई ऐप भी चालू नहीं है।  इसलिए पुलिस ने व्हाट्सएप पर दिए गए लिंक से ऐप डाउनलोड न करने की सलाह दी है। 

प्रिय वाहक, आपको सूचित किया जाता है कि आपके वाहन को यातायात नियमों का उल्लंघन करने के लिए ई-चालान के तहत बुक किया गया है। चालान नंबर MH-19**** है। आपका वाहन नंबर  MH-15****है। अपनी पहचान सत्यापित करने और जुर्माना भरने के लिए ‘वाहन परिवहन’ ऐप डाउनलोड करें। इस प्रकार का संदेश व्हाट्सएप पर कुछ वाहन चालकों को नासिक ट्राफिक पुलिस का बता कर भेजा गया। इस मैसेज के साथ ‘vahan.parivan.apk’ नाम का एक ऐप भी भेजा जाता है। लेकिन ट्रैफिक पुलिस की ओर से ऐसा कोई मैसेज या ऐप नहीं भेजा जा रहा है। 

वाहन चालक ध्यान रखें 

– ई-चालान के तहत संदेश ‘टेक्स्ट’ फॉर्मेट में आते हैं
– पुलिस व्हाट्सएप के जरिए संदेश नहीं भेजती
– ई-चालान को ट्रैफिक पुलिस द्वारा उपलब्ध कराई गई मशीनों के जरिए चेक किया जा सकता है
– आप ई-चालान आधिकारिक वेबसाइट https://mahatrafficechallan.gov.in पर देख सकते हैं

आनंद वाघ (सहायक पुलिस आयुक्त, यातायात) ने बताया, नागरिकों को फर्जी संदेश और एपीके ऐप डाउनलोड नहीं करना चाहिए। ई-चालान को लेकर कोई भी संदेह, शिकायत या समस्या होने पर सीधे ट्रैफिक पुलिस से संपर्क करें। पुलिस मैसेज वायरल करने वालों की तलाश कर रही है।