piyush tiwari

    नाशिक: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा (Noida) में फ्लैट देने के नाम पर ठगी (Cheating) करने के आरोप में दिल्ली जिला पुलिस की ऑटो चोरी विरोधी टीम ने महाठग पीयूष तिवारी (Piyush Tiwari ) उर्फ पुनीत भारद्वाज को गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है। पीयूष तिवारी पर 50 हजार रुपए इनाम की भी घोषणा की गई थी। तिवारी की पत्नी शिखा भी इस गोरखधंधे में शामिल थी। वह फिलहाल जेल में है।

    उत्तर प्रदेश के नोएडा में कई लड़कियों की हत्या करने के बाद  तिवारी नाशिक (Nashik) आया था और वह यहां पुनीत भारद्वाज के नाम से रह रहा था। उसके नाम बदलने का पीछे का मकसद यही था कि उसे कोई पहचान न सके। नाशिक आने के बाद तिवारी ने कुछ दिनों तक प्याज का कारोबार किया। पीयूष तिवारी नाशिक में प्याज व्यापारी पुनीत भारद्वाज के नाम से रहता था। 

    बिल्डर के तौर पर कारोबार शुरू किया था

    दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला है कि उसने 2011 में एक बिल्डर के तौर पर कारोबार शुरू किया था। तिवारी ने 2018 तक 15 से 20 छोटी कंपनियों की स्थापना की थी। 2016 में आयकर विभाग ने उसके घर पर छापा मारा था। इसमें करीब 120 करोड़ रुपए मिले थे। इस राशि को आयकर विभाग ने जब्त कर लिया है। इसके बाद से लगातार तिवारी का पतन होना शुरू हो गया और भू-माफिया से बिल्डर बने तिवारी का पूरा कारोबार ही चौपट हो गया।

    एक ही फ्लैट को कई लोगों को बेचा 

    नुकसान से बाहर निकलने और फिर से व्यवसाय शुरू करने के लिए एक ही फ्लैट कई खरीदारों को तिवारी ने बेचा। इसके कारण आर्थिक अपराध शाखा ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया। तिवारी के खिलाफ राज्य भर के कई पुलिस थानों में धोखाधड़ी के 30 से अधिक मामले में दर्ज हैं। पुलिस की पकड़ से दूर रहने के लिए तिवारी दिल्ली भाग गया और बोगस नाम से दक्षिण भारत में तरह-तरह के धंधे करने लगा। उसे दिल्ली एनसीआर में एक फ्लैट के नाम पर कथित तौर पर ठगी करने के आरोप में दिल्‍ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन मौका ताड़ पर तिवारी दिल्ली से भाग निकला था।

    ‘श्रीमंत रसोई’ होटल की शुरू की थी फ़्रेंचाइजी 

    जांच के दौरान दिल्ली जिला पुलिस को पता चला कि तिवारी नाशिक का रहने वाला है और प्याज का कारोबार करता है। इसलिए दिल्ली पुलिस उसके मुकदमे के लिए नाशिक पहुंची। इस बीच, यह पुष्टि करने के बाद कि भारद्वाज ही तिवारी है, उसने नाशिक में इंदिरा नगर पुलिस की मदद ली थी। अमीर किचन के मालिक तिवारी उर्फ भारद्वाज ने नाशिक में होटल का कारोबार शुरू किया था। होटल व्यवसाय में सफल होने के बाद तिवारी ने ‘श्रीमंत रसोई’ होटल की फ़्रेंचाइजी शुरू की।