नाशिक : सरकारी आदेश का पालन करते हुए के आदेश के अनुसार शहर के सभी स्कूलों (Schools) में कामकाज शुरू हो गया है। कोरोना काल के दो वर्ष बाद प्री-स्कूल शुरू होने से अभिभावकों समेत छात्रों में काफी उत्साह देखने को मिला है। नए शैक्षणिक सत्र के पहले दिन स्कूलों में छात्रों का गुलाब का फूल देकर स्वागत किया गया। महानगरपलिका कमिश्नर और प्रशासक रमेश पवार (Ramesh Pawar) और नगर शिक्षा अधिकारी सुनीता धनगर ने सातपुर स्थित स्कूल संख्या 28 में उपस्थित होकर छात्रों का स्वागत किया। इस दौरान कमिश्नर के साथ शिक्षा अधिकारियों ने स्कूल में मिलने वाले पौष्टिक भोजन (Nutritious Food) का स्वाद चखा (Tasted) लिया। उन्होंने कहा कि पोषण आहार का स्वाद बहुत अच्छा था।
अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि जब से रमेश पवार ने महानगरपलिका कमिश्नर का पदभार संभाला है, उन्होंने हर क्षेत्र में ध्यान दिया है। एक तरह वे गोदावरी नदी को स्वच्छ और सुंदर बनाने में लगातार सक्रिय है। तो दूसरी ओर वे नाशिक शहर को अतिक्रमण से मुक्त करने का हरसंभव प्रयास कर रहे है। गंगाघाट क्षेत्र को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए कई बार वे अचानक ही वहां पहुंच जाता हैं। कई बार तो वे अन्य कार्यक्रमों के बीच गोदावरी के तट पर पहुंचे और अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की है। महानगरपलिका कमिश्नर ने गंगा घाट के अतिक्रमण को मुक्त करने और केवल उपासकों को अनुमति देने के लिए एक कार्य योजना तैयार की, इसका क्रियान्वयन शुरू होते ही नागरिकों में इस बात का भरोसा जगा है, कि नाशिक की गंगा यानी एक-एक अतिक्रमण और प्रदूषण से मुक्त हो जाएगी।
नए शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही महानगरपलिका कमिश्नर ने सातपुर स्थित विद्यालय क्रमांक 28 में पहुंचकर उस स्थान पर विद्यार्थियों के स्वागत कार्यक्रम में भाग लिया और अपने हाथ में लिए भोजन का स्वाद भी चखा, ताकि उपलब्ध पौष्टिक भोजन की गुणवत्ता की जांच की जा सके।