शुभम सालुंखे हत्या की गुत्थी सुलझी, 6 गिरफ्तार, डंपिंग ग्राउंड में हुई थी हत्या

Loading

धुलिया: क्राइम ब्रांच थाना प्रभारी अधिकारी हेमंत पाटील के नेतृत्व में मनपा डंपिंग ग्राउंड पर मारपीट कर शुभम सालुंखे हत्या (Shubham Salunkhe) की गुत्थी (Murder Mystery)  सुलझाने में सफलता प्राप्त की है। हत्या के आरोप में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में एसपी बारकुंड ने अपराध का खुलासा किया। 

फर्यादी विनायक जगन सालुंखे (29), निवासी नवनाथ नगर, कमरा 50, अभय कॉलेज के पास, धुलिया ने एक लिखित शिकायत दर्ज की कि 08 अक्टूबर को रात 10.45 बजे से 00.05 बजे के बीच धुलिया शहर में गांधी प्रतिमा के पास एक घर पर घनश्याम उर्फ महेश पवार उर्फ लाल डोला ने पथराव किया। 

जब शुभम जगन सालुंखे, (26) ने उससे कारण पूछा तो महेश पवार उर्फ लाल डोला और उसके अन्य साथियों ने पूर्व नियोजित साजिश रची और उसे लात-घूंसों से पीटा और मोटरसाइकिल पर बिठाया और उसे नगर पालिका डंपिंग ग्राउंड पर ले आए. वरखेड़ी रोड पर धारदार चाकू, लोहे की रॉड से लाकर शुभम जगन सालुखे की फाइटर नामक घातक हथियार से हमला कर हत्या कर दी। 

इस संबंध में आजाद नगर थाने में धारा 302, 364, 143, 147, 149, 323, 504, 506, 120 (बी), आर्म एक्ट 4/25 और धारा 33(1),(3) और 135 का उल्लंघन करने पर  के तहत मामला दर्ज किया गया। 

पुलिस अधीक्षक संजय बारकुंड एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोर काले एवं उपविभागीय पुलिस अधिकारी सचिन के मार्गदर्शन में स्थानीय अपराध शाखा, धुलिया की टीम ने तुरंत घटनास्थल पर जाकर घटना का जायजा लिया और अभियोजक से आगे की पूछताछ के बाद उन्होंने अभियोजक द्वारा बताए गए आरोपी व्यक्तियों की तलाश की। वहीं आरोपी गणेश अनिल पाटिल भागने की तैयारी कर रहा था, उसे कॉटन मार्केट, पारोला रोड, धुलिया से गिरफ्तार कर लिया। 

वारदात के मुख्य आरोपियों के नाम महेश उर्फ़ घनश्याम प्रकाश पवार (32), स्वामी नारायण कॉलोनी, मार्केट यार्ड धुलिया, गणेश साहेबराव माली (20) 50 कमरा शांति नगर, धुलिया कॉटन मार्केट के पीछे, जगदीश रघुनाथ चौधरी (18), स्वामी नारायण कॉलोनी, मार्केट यार्ड धुलिया, को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। नाशिक से संगमनेर होते हुए पुणे तक के बारे में जानकारी मिलने के बाद, एक टीम को तुरंत पुणे भेजा गया। 

जब यह टीम उन आरोपियों की तलाश कर रही थी, तो वे दिधि के मैगजीन चौक पर मोटरसाइकिल के साथ खड़े दिखे और जब उन्हें पता चला कि पुलिस आ गई है, तो वे मोटरसाइकिल को वहीं छोड़कर वहां से भाग गए। साथ ही उक्त अपराध में फरार आरोपियों अक्षय श्रवण साल्वे, जयेश रवींद्र खरात उर्फ जाब्या के बारे में जानकारी मिलने पर टीम को तत्काल राजस्थान रवाना किया गया।  तलाशी के दौरान विश्वसनीय जानकारी मिली कि वे लक्जरी बस द्वारा अजमेर से इंदौर जा रहे हैं, जब पुलिस ने लग्जरी बसों की जांच की तो उन्हें एक लक्जरी बस में अक्षय और जयेश मिल गए। 

यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक संजय बारकुंड और अपर पुलिस अधीक्षक किशोर काले, उपविभागीय पुलिस अधिकारी सचिन हिरे के मार्गदर्शन में स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक हेमंत पाटील, पुलिस निरीक्षक बालासाहेब सूर्यवंशी, अमरजित मोरे, संजय पाटील, हेड कांस्टेबल संदीप सरग, हेमंत बोरसे, योगेश चव्हाण, संदीप पाटील, रविकिरण राठोड, तुषार सुर्यवंशी, प्रल्हाद वाघ, सुशिल शेंडे, शशिकांत देवरे, मुकेश वाघ, जितेंद्र वाघ, योगेश सालवे, अमोल जाधव की टीम ने की। 

आरोपियों के खिलाफ धुलिया जिले के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में हत्या का प्रयास, डकैती, जबरन चोरी, चोरी, दंगा, अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर अपराध दर्ज हैं।