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नासिक : उत्तर महाराष्ट्र (North Maharashtra) और मराठवाड़ा (Marathwada) के कुछ हिस्सों में बुधवार देर रात को बिजली की गरज और तेज हवाओं के साथ वर्षा (Rainfall) होने से फसलों (Crops) को भारी नुकसान हुआ है। नासिक जिले की निफाड़, सिन्नर, इगतपुरी समेत कई तहसीलों में हुई बेमौसम की वर्षा ने एक बार फिर किसानों के आंखों से आंसू निकाल दिए हैं। मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट की भविष्यवाणी की गई थी। बुधवार, गुरुवार को कई जगहों पर हुई बारिश से कृषि फसलों पर बड़ा संकट खड़ा हो गया है। बुधवार और गुरुवार को हुई बारिश में कटी हुई गेहूं, चना और प्याज की फसल को भारी नुकसान हुआ है और आम के पेड़ों पर लगे फलों को पहले ही भारी नुकसान हो चुका है। अब फिर से भारी बारिश के कारण पेड़ पर लगे फलों में छोटे-छोटे छेद पड़ गए हैं। गुरुवार की आधी रात से बिजली चमकने के साथ भारी बारिश होती रही। दिन में कहीं कहीं पर हल्की बूंदाबांदी शुरु रही। अचानक होने वाली इस तूफानी बारिश के कारण नागरिक के साथ साथ किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पडा है। इन दिनों जिले के कई हिस्सों में गेहूं की फसल लहलहा रही थी लेकिन बेमौसम हुई इस वर्षा ने पूरी फसल को चौपट कर दिया। 

घंटों चली इस तूफानी बारिश ने किसानों की सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। किसानों ने गर्मी के मौसम की प्याज की कटाई शुरू कर दी थी, लेकिन इस बारिश ने इस प्याज को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। तैयार हो चुकी फसल जैसे गेहूं, चना, मक्के की फसल को वर्षा के कारण काफी नुकसान हुआ है। सिन्नर तहसील में अनेक जगहों पर बिजली गिरने से भी नुकसान हुआ है। कुछ जगहों पर ओले पडने से किसानों तैयार फसलों को बचाने के लिए रात भर परेशान रहे प्याज, गेहूं की फसल को ढकने के लिए किसान सारी रात परेशान रहे। फसलों को वृष्टि से बर्बाद होने से बचाने के लिए किसानों को चिंता सताने लगी है। 

बादल छाए रहने से किसान परेशान हैं। जिले में 6/7 महीने पहले बेमौसम बारिश हुई थी। किसानों की मांग है कि सरकार इस नुकसान का तुरंत पंचनामा बनाए। सिन्नर विधायक माणिकराव कोकाटे ने बेमौसम बारिश का पंचनामा बनाने और सिन्नर तहसील में पांच-छह दिन पहले हुई बेमौसम बारिश से कई जगह गेहूं, चना, मक्का और अंगूर की फसल खराब होने के कारण पंचनामा करने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए हैं। तहसील में संबंधित कृषि और राजस्व विभाग की ओर से 75 हेक्टेयर में नुकसान पहुंचाने का अनुमान व्यक्त किया गया है।