अंगूर के किसानों को ठगने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई करें: दिलीप बनकर

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पिंपलगांव बसवंत : नासिक जिले (Nashik District) में अंगूर (Grapes) की खेती बड़े पैमाने पर होती है। मौसम में आने वाले बदलाव के कारण अंगूर उत्पादकों को भारी आर्थिक संकट के दौर से गुजरना पड़ता है। अंगूर उत्पादकों को लाखों रुपए का कर्ज लेकर अंगूर के बाग को बचाने के उपाय करने पड़ते हैं। हर वर्ष अंगूर के मौसम में अंगूर उत्पादकों के साथ व्यापारियों के आर्थिक धोखाधड़ी (Fraud) करते हैं, जिससे किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है, ऐसे में अंगूर उत्पादकों के साथ धोखाधड़ी करने वाले व्यापारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग विधायक दिलीप बनकर (MLA Dilip Bankar) ने की। 

बनकर ने कहा कि उत्पादकों को अंगूर की छंटाई से लेकर अंगूरों के बिकने और उनके हाथ में पैसा आने तक काफी मेहनत करनी पड़ती है। विभिन्न बैंकों और विदेशों से सामान खरीदने के लिए आने वाले व्यापारियों की संख्या बहुत बड़ी है। निफाड, पिंपलगांव, उगाव, चांदवड़, नासिक – दिंडोरी के अंगूर उत्पादकों से हर वर्ष करोड़ों रुपए की उगाही की जाती है। इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए राज्य सरकार की मार्केट कमेटी मार्केटिंग बोर्ड की ओर से व्यापारियों पर नियंत्रण रखने की अंगूर उत्पादकों की ओर से मांग पहले भी की जाती रही है। बनकर ने जानकारी दी कि अंगूर उत्पादक किसान वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं। राज्य के बजट सत्र में निफाड के विधायक दिलीप बनकर ने अंगूर उत्पादकों के धनउगाही करने वाले व्यापारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। 

किसानों को प्याज का पैसा दिया जाए

अधिवेशन काल में प्याज आंदोलन के बाद नाफेड ने किसी भी मार्केट कमेटी से प्याज नहीं खरीदा और मार्केट कमेटी में बिकने वाले प्याज का पैसा 24 घंटे के अंदर किसानों को दे दिया जाता है। विधायक बनकर ने विधानसभा में मांग की कि 24 घंटे के अंदर किसानों को प्याज का पैसा उपलब्ध कराया जाए। – दिलीप बनकर, विधायक, निफाड।