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नाशिक: लंबी प्रतीक्षा के बाद जिले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में मानसूनी वर्षा का दौर शुरु हो गया है। जून माह में बहुत कम हुई,जिससे किसानों की बुवाई का काम प्रभावित हुआ, लेकिन जितनी वर्षा हुई, उससे किसानों ने राहत की सांस ली। जिले से संबंध तहसीलों में कहीं अच्छी तो कही औसत वर्षा हुई, लेकिन किसानों तथा आम लोगों को राहत दिलाने वाली इस वर्षा के कारण जगह-जगह जलजमाव देखने को मिला।

पानी न जमे इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई

मानसून काल में होने वाली वर्षा के दौरान कहां-कहां पानी जमा होता है, यह जानते हुए भी वहां से पानी के निकासी का प्रबंध न करने के कारण शहर के सभी प्रमुख क्षेत्रों में जलजमाव देखने को मिल रहा है। नाशिक में मानसून काल में भारी वर्षा होती है। लगातार वर्षा के कारण शहर में जहां-जहां पानी जमता है। वहां पानी न जमे, इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। रास्ते पर पानी जमा होने की स्थिति में वहां से गुजरने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पानी भरे रास्ते से जब कार या कोई  बड़ा वाहन गुजरता है तो रास्ते का पानी राहगीरों के ऊपर पड़ता है। ये वाहन चालक तेज गति के वाहन चलाते हैं, इसलिए तेज गति के वह पानी राहगीरों पर पड़ता है। यह हालात शहर के किसी एक नहीं बल्कि लगभग सभी रहवासी क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। इसके अलावा कहीं-कहीं रास्ते का कीचड़ भी लोगों को परेशान कर रहा है। कीचड़ भरे रास्तों से गुजरना मजबूरी बन गया है। जगह-जगह कीचड़ होने की वजह के पैदल चलने वाले लोगों के कपड़े खराब हो रहे हैं। वर्षा काल में जल-जमाव न होने के सभी दावे पहली ही वर्षा में फेल हो जाते हैं। घंटे- डेढ़ घंटे की वर्षा के बाद इतना पानी जमा होता है कि रास्ते पर चलना मुश्किल हो जाता है। मनपा प्रशासन की ओर से हर वर्ष यह दावा किया जाता है कि इस बार मनपा की ओर से बहुत ही अच्छी तैयारी की गई है, कहीं भी जलजमाव नहीं होगा, लेकिन जब वर्षा होती है तो मनपा के सभी दावे गलत साबित हो जाते हैं।

वर्षा काल की परेशानियां लंबे समय से चली रही 

तेज हवा, जोरदार वर्षा के बीच जब बिजली आपूर्ति भी भंग हो जाती है तो परेशानी और भी ज्यादा बढ़ जाती है। विद्युत आपूर्ति भंग होने से सभी कामकाज प्रभावित होता है। बहुमंजिली सोसाइटियों में बिजली आपूर्ति भंग होने के कारण जब लिफ्ट बंद हो जाती है तो लोग अपने घरों में ही कैद होकर रह जाते हैं। घरों की बिजली गुल होने, रास्तों की लाइट न होने तथा जलजमाव के कारण पूरा वर्षा काल लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता है। पिछले कई वर्षों से नाशिक के लोगों को वर्षा काल में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। करेंट लगने, सर्पदंश की अनेक घटनाएं हर वर्ष वर्षा काल में होने के बावजूद इस तरह की अव्यवस्था से लोगों को निजात नहीं मिल पाई है। जनता की समस्याओं का समाधान स्थायी रूप से न करने की प्रवृत्ति के कारण वर्षा काल की परेशानियां लंबे समय से चली रही हैं। राज्य की स्मार्ट सिटी में शुमार नाशिक शहर की हालत देखकर लोग यही कह रहे हैं कि क्या इसे ही स्मार्ट सिटी कहते हैं। जो काम वर्षा काल से पहले पूरा कर लिया जाना चाहिए, उसकी अभी शुरुआत हुई है। काम के दौरान जब वर्षा होती है तो काम करने वाले काम बंद कर देते हैं।