Vegitable Market
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नाशिक: यहां की सब्जी मंडी में पिछले माह से सब्जियों की आवक में भारी कमी देखी जा रही है। आवक कम होने से मालेगांव के सब्जियों बाजार में सब्जी के भाव आसमान छू रहे हैं। धनिया, टमाटर, अदरक के दाम सौ पार बोले जा रहे हैं, इससे महिलाओं का मासिक बजट चरमरा गया है। मई के पहले सप्ताह में टमाटर 2.5 रुपये प्रति किलो बोला गया था। मालेगांव में मांग के अनुरूप सब्जी आने से सब्जी के भाव आसमान छू रहे हैं।

इस वर्ष सब्जियां दस से पंद्रह फीसदी ज्यादा महंगी 

बाजार मंडी में टमाटर, धनिया, मिर्च, बैंगन, ग्वार, भिंडी, पालक, करेला की आवक बहुत कम हो गई है। मई के अंत से खुदरा बाजार में सब्जियां 100 रुपये प्रति किलो बिक रही हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष सब्जियां दस से पंद्रह फीसदी ज्यादा महंगी बोली जा रही हैं। रविवार 25 जून को यहां के थोक बाजार में टमाटर का एक कैरेट 1300 रुपये बोला गया। मई माह में शहर और तहसील में गर्मी चरम पर थी। गर्मी की मार सब्जी उत्पादन पर पड़ी। थोक बाजार में सब्जियों की आवक कम होने से यहां 20 फीसदी ठेले बंद हो गये हैं। कुछ व्यवसायी फल बाजार से आम, करी, जामुन बेच रहे हैं, क्योंकि उन्हें बाजार से सब्जियां नहीं मिल रही है। यहां के बाजार में 15 से 20 क्विंटल धनिया, सात टन अदरक और 200 से 300 किलो टमाटर बिक्री के लिए आ रहे हैं। 

वर्तमान समय में अगर किसान सब्जी की फसल लगाते भी हैं तो वर्षा के कारण सब्जियां खराब हो जाती हैं। कुछ सब्जी व्यापारियों का कहना है कि नवंबर और दिसंबर माह में सब्जियों की आवक बढ़ने के बाद सभी सब्जियों के भाव में कमी आएगी। अधिकांश किसानों ने जल की कमी के कारण सब्जियां का उत्पादन न करने का निर्णय लिया था, इस वजह से सब्जी बाजार में आवक कम होने के कारण सब्जियों के भाव में आसमानी तेजी आई है।

महेंद्र वाघ, सब्जी एसोसिएशन सदस्य, मालेगांव