परभणी: अचानक बदलते मौसम और हो रही गर्मी-बारिश का परिणाम शरीर पर हो रहा है। जी हां इस वजह से इस समय महाराष्ट्र (Mharashtra News) के कई जिलों में डेंगू (Dengue) फैल रहा है। इसलिए स्वास्थ्य प्रशासन अलर्ट हो गया है और नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। ऐसे में परभणी (Parbhani News) जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। मिली जानकारी के मुताबिक, किनौला गांव में 20 बच्चे डेंगू से संक्रमित हैं और पूरा गांव बुखार से पीड़ित है।
डेंगू से गांव में भी का माहौल
बता दें कि इस गांव में दुर्भाग्य से 8 साल के एक बच्चे की भी डेंगू से मौत हो गई है। इससे नागरिकों में भय का माहौल बढ़ हो गया है। मृतक बच्चे का नाम रूद्र सुदाम खरवड़े है। मिली जानकारी के मुताबिक, रूद्र दूसरी कक्षा में पढ़ता था।
डेंगू से बच्चे की मौत
अचानक बुखार आने के कारण बच्चे को परभणी (Parbhan) के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं होने पर डॉक्टरों ने उन्हें नांदेड़ के एक अस्पताल में भेज दिया। लेकिन वहां भी उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ इसलिए डॉक्टर ने रुद्र को शनिवार (9 दिसंबर) को हैदराबाद के एक अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी।
20 बच्चों को डेंगू
हालांकि, हैदराबाद पहुंचने से पहले ही बच्चे की मृत्यु हो गई। इस बीच रुद्र की अचानक मौत से खरवाड़े परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। आपको बता दें कि रुद्र की बड़ी बहन दर्शना को भी डेंगू हो गया है और उसकी हालत स्थिर है। इसके बाद किनौला गांव के करीब 100 से 150 लोगों को बुखार आ गया है और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इनमें से करीब 20 बच्चों को डेंगू होने की जानकारी मिली है।
नहीं है स्वास्थ्य व्यवस्था
ऐसे में अब ग्रामीणों का आरोप है कि जब गांव डेंगू से जूझ रहा है तो स्वास्थ्य व्यवस्था उनकी उपेक्षा कर रही है। इसे लेकर नागरिकों ने आक्रोश व्यक्त किया है। सर्दी के बुखार पर नियंत्रण के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए एक पखवाड़ा मनाया जाता है। हालांकि नागरिकों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग कोई सतर्कता नहीं बरत रहा है। ऐसे में अब 20 बच्चों को डेंगू होना बहुत चीन जनक बात है।