मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली शिवसेना को सोमवार को झटका लगा है। दरअसल, शिवसेना प्रमुख ने आज वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम और राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी। जिसमें कई सांसद अनुपस्थित रहे। बैठक करीब पांच घंटे चली, जिसमें पार्टी के अधिकांश सांसदों ने राष्ट्रपति चुनाव की एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने बात कही। साथ ही सांसदों ने अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी की सीटों को बरकरार रखने के लिए भाजपा से हाथ मिलाने की भी बात की।
बैठक के बाद शिवसेना के सांसद गजानन कीर्तिकर ने राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने की बात की। उन्होंने कहा कि, “वह एनडीए की उम्मीदवार हैं लेकिन द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से हैं और एक महिला हैं। हमें उन्हें अपना समर्थन देना चाहिए। यह सभी सांसदों (पार्टी के) की मांग थी। उद्धव ठाकरे ने हमसे कहा था कि वह एक-दो दिन में हमें अपना फैसला बताएंगे।”
We had supported Pratibha Patil, a UPA candidate, as she's a Marathi woman. We had supported Pranab Mukherjee, a UPA candidate. Uddhav ji will announce support to her(Droupadi Murmu)as she's a tribal woman. We should see beyond politics for Presidential election: Gajanan Kirtikar pic.twitter.com/G7ohtJjaOp
— ANI (@ANI) July 11, 2022
सांसद कीर्तिकर ने आगे कहा, “हमने यूपीए उम्मीदवार प्रतिभा पाटिल का समर्थन किया था, क्योंकि वह एक मराठी महिला हैं। हमने यूपीए प्रत्याशी प्रणब मुखर्जी का भी समर्थन किया था। उद्धव ठाकरे उन्हें (द्रौपदी मुर्मू) समर्थन की घोषणा करेंगे क्योंकि वह एक आदिवासी महिला हैं। हमें राष्ट्रपति चुनाव के लिए राजनीति से परे देखना चाहिए।”
आज की बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि मुर्मू अपने प्रचार के लिए 14 जुलाई को मुंबई में होंगे जबकि सिन्हा 17 जुलाई को आएंगे। शिवसेना ने 2007 और 2012 में यूपीए के उम्मीदवारों प्रतिभाताई पाटिल और प्रणब मुखर्जी का समर्थन किया था।
उल्लेखनीय है कि पार्टी की बैठक में 19 में से 7 सांसद अनुपस्थित रहे। इनमें श्रीकांत शिंदे (सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे), भावना गवली, संजय जाधव, संजय मांडलिक, हेमंत पाटिल, कृपाल तुमाने और कलाबेन डेलकर शामिल हैं।