पिंपरी: आर्मी में स्टोर कीपर और मल्टिटास्क व्हीकल ड्राइवर पोस्ट की परीक्षा के पेपर लीक करने के मामले (Army Paper Leak Case) में पिंपरी-चिंचवड पुलिस (Pimpri-Chinchwad Police) की एसआईटी (SIT) ने आर्मी के सह निदेशक को दिल्ली (Delhi) से गिरफ्तार (Arrested) किया है। उसी ने अब तक गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों को लीक करने के लिए पेपर उपलब्ध कराया था। राजेश कुमार दिनेश कुमार ठाकुर निवासी नारायणा दिल्ली, ऐसे गिरफ्तार किए गए सह निदेशक का नाम है। अब इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या चार हो गई है। इन आरोपियों द्वारा 60 परीक्षार्थियों को परीक्षा के पूर्व ही पेपर उपलब्ध कराया था और उनसे 5- 5 लाख रुपए लिए थे, ऐसा अब तक की जांच में सामने आया है।
पिंपरी-चिंचवड के पुलिस कमिश्नर कृष्णप्रकाश ने इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि आर्मी की उक्त परीक्षा के पेपर लीक के मामले में अब तक सतीश ढाणे, श्रीराम कदम और वानखेडे नामक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद इस मामले के तार दिल्ली में सह निदेशक राजेश कुमार ठाकुर तक जुड़े नजर आए। इस मामले की जांच के गठित एसआईटी के प्रमुख सहायक पुलिस आयुक्त पद्माकर घनवट की टीम ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। कमिश्नर ने बताया कि राजेश कुमार 2005 में पिंपरी-चिंचवड के दिघी में तैनाती के दौरान आरोपी श्रीराम कदम के संपर्क में आया था। कदम ने उससे उसकी आर्मी भर्ती पूर्व अकादमी रहने की बात कही थी।
पुणे एयरपोर्ट पर दिए गए थे रुपए
बाद में राजेश कुमार पदोन्नति पाकर दिल्ली में सह निदेशक पद पर तैनात हुआ। पिछले साल स्टोर कीपर और मल्टिटास्क व्हीकल ड्राइवर पोस्ट की वैकेंसी निकली। 31 अक्टूबर 2021 को उसके लिए लिखित परीक्षा ली गई। इस परीक्षा के पेपर लीक होने का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने पहले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ में पता चला दिल्ली में रिक्रूटमेंट से जुड़े विभाग में सह निदेशक पद पर तैनात राजेश कुमार ठाकुर ने आरोपियों को पेपर उपलब्ध कराए थे। उसके बदले में उसे पुणे एयरपोर्ट पर कुछ पैसे नकद में दिए गए। कुछ पैसे अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे उसके बेटे के एकाउंट में जमा किए गए थे। इसके बाद राजेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने निश्चित रूप से कितने लोगों को पेपर बेचे और उनसे कितने पैसे लिए? इसकी छानबीन जारी है।