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Pic: ANI

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पिंपरी: पिंपरी-चिंचवड़ शहर (Pimpri-Chinchwad City) की संपत्तियों (Properties) का सर्वे (Survey) ड्रोन (Drone) से किया जाएगा। इसके तहत अतिरिक्त संपत्ति, उपयोग में बदलाव, नई संपत्ति मांगी जाएगी। निजी संस्था को यह काम सौंपा गया है। इस संस्था को 48 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाएगा। संपत्ति कर पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका ( Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) की आय का मुख्य स्रोत है। शहर में पांच लाख 97 हजार 785 संपत्तियां हैं। संपत्तियों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। 

हालांकि, समय-समय पर किए गए सर्वेक्षणों से यह बात सामने आयी है कि कई लोग अपनी संपत्तियों को महानगरपालिका के रजिस्टर में दर्ज नहीं कराते हैं। इससे पहले महानगरपालिका ने 2013 में जब सर्वे किया था तो करीब 35 हजार नई संपत्तियां मिली थी, जबकि 2021 में कराए गए सर्वे में 21 हजार नई संपत्तियां मिली थी। इसके बाद भी महानगरपालिका को लगता है कि शहर में एक लाख से अधिक गैर पंजीकृत संपत्तियां होने की आशंका है। इसलिए पहली बार पालिका ने ‘ड्रोन’ के जरिए सर्वे करने का फैसला किया है।

निकाली थी निविदा 

महानगरपालिका ने वार्षिक आधार पर संपत्ति कर विभाग की सभी सेवाएं प्रदान करने, संपत्तियों का संशोधित कराधान, संपत्ति सर्वेक्षण करने के लिए सलाहकारों और सेवा प्रदाताओं के चयन के लिए एक निविदा निकाली थी। मे. वास्तुकला कंसल्टेंट्स इंडिया प्रा. लिमिटेड इस ठेकेदार का टेंडर मिला है। इस ठेकेदार ने 48 करोड़ रुपए का टेंडर भरा था।

समय सीमा के अंदर करना होगा काम

यह राशि अधिक है, इसलिए महानगरपालिका ने संशोधित दर मांगी है। इस ठेकेदार ने 47 करोड़ 95 लाख 70 हजार रुपए का नया रेट जमा किया। निविदा को स्वीकार कर लिया गया, क्योंकि दर तुलनात्मक रूप से उचित थी और ठेकेदार समय सीमा के भीतर काम करने में सक्षम था। इसके अनुसार स्थायी समिति में महानगरपालिका कमिश्नर शेखर सिंह ने संपत्ति सर्वेक्षण के टेंडर को मंजूरी दे दी है। इस कार्य की अवधि तीन वर्ष होगी। सर्वे में पाई गई संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन कर उन्हें टैक्स के दायरे में लाना मुख्य उद्देश्य हैं।