- मनपा प्रशासन की जानकारी
- गणेश मूर्ति बिक्री स्टाल अनुमति प्रक्रिया
पुणे. गणेश मूर्ति बिक्री स्टॉल अनुमति की उपलब्धता के बारे में महापालिका को अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली थी. पिछले साल पुणे में भारी बारिश के बाद, कोरोना महामारी ने गणेश मूर्तिकार की आय के साथ-साथ कई अन्य व्यवसायों को प्रभावित किया है. कोरोना के संकट में सरकार ने सोशल डिस्टेन्सिंग के अनुपालन में विभिन्न व्यवसायों और दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है. लेकिन गणेश मूर्ति बिक्री को लेकर कोई निर्णय नहीं हो पाया था, लेकिन अब इसका फैसला हो चुका है. गणेश मूर्ति बिक्री स्टाल के लिए मनपा प्रशासन द्वारा विभिन्न परिमंडल के दायरे में करीब 41 जगहें उपलब्ध कराई गई हैं.
की जा रही थी मांग
गणेश उत्सव का दिन निकट आ रहा है. गणेश की मूर्ति स्थापित करने और पुणे के लोगों को गणेश की मूर्ति उपलब्ध कराने की अनुमति देने के बारे में चर्चा की जा रही थी. गणेश उत्सव हर साल पुणे में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. हर साल पुणे नगर मनपा गणेश की मूर्तियों को बेचने वाले स्टाल लगाने की अनुमति देता है. कोरोना की पृष्ठभूमि पर पुणे के लोगों को मूर्तियां उपलब्ध कराने के लिए, सरकार को इस वर्ष शहर के विभिन्न हिस्सों में बिक्री के स्टाल लगाने की अनुमति देनी चाहिए, ऐसी मांग की जा रही थी. स्टाल सभी पुनेकरों को उपलब्ध कराया जाना चाहिए. इसमें नियम का पालन किया जाएगा और आसपास के स्थानों पर नागरिकों को मूर्ति उपलब्ध कराई जाएगी. ऐसा कहा जा रहा था, लेकिन गणेश मूर्ति बिक्री को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ था पर अब इसका फैसला हो गया है. गणेश मूर्ति बिक्री स्टाल के लिए मनपा प्रशासन द्वारा विभिन्न परिमंडल के दायरे में करीब 41 जगहें उपलब्ध कराकर दी गई हैं.
प्रति दिन का किराया 900 रु. होगा
महापालिका प्रशासन की जानकारी के अनुसार स्टॉल लगाने के लिए सम्बंधित फेरीवालों को 900 रूपए का किराया प्रति दिन देना होगा. तो 10 हजार रूपए अनामत राशि देनी होगी. साथ ही सफाई शुल्क 1 हजार रूपए देना होगा. प्रशासन के अनुसार सड़कों पर भीड़ ना होने देकर नियमों का पालन कर ही मूर्ति बिक्री करनी होगी. वरना कार्रवाई की चेतावनी भी प्रशासन द्वारा दी गई है.