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    पिंपरी: प्लास्टिक बंदी की कार्रवाई के दौरान एक मिठाई दुकानदार और उसके बेटे द्वारा पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) के ग्रीन मार्शल टीम (Green Marshal Team) के कर्मचारी से मारपीट किए जाने की घटना हालिया सामने आयी। हालांकि अब थेरगांव के इस मामले में नया मोड़ आ गया है। अब दुकानदार ने ही महानगरपालिका कर्मचारी पर मारपीट करने और दुकान के गल्ले में हाथ डालने का आरोप लगाया है। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) भी वायरल (Viral) हो गया है। 

    पिंपरी-चिंचवड शहर के थेरगांव डांगे चौक पर महानगरपालिका अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मारपीट की घटना हुई। डांगे चौक पर हिम्मतलाल भाटी की लक्ष्मी स्वीट नाम की मिठाई की दुकान है। इस दुकान में प्लास्टिक विरोधी अभियान के नाम पर महानगरपालिका के ग्रीन मार्शल के अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे थे। तब उनके बीच विवाद हुआ और दुकानदार और उसके बेटे और बेटे के दोस्त ने महानगरपालिका के कर्मचारी से मारपीट की। इस बारे में पुलिस में मामला दर्ज किया गया है। हालांकि अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है।

    पूरी घटना सीसीटीवी में कैद

    दुकानदार हिम्मतलाल भाटी ने आरोप लगाते हुए कहा कि महानगरपालिका के अधिकारियों से अपनी पहचान के लिए अपना पहचान पत्र दिखाने का अनुरोध किया। इससे गुस्साए महानगरपालिका कर्मचारी नीलेश गणपत कांबले ने जबरदस्ती हिम्मतलाल भाटी की दुकान के गल्ले में हाथ डालने का प्रयास किया। दुकान मालिक इसका विरोध किया तो कर्मचारियों ने उन्हें जातिसूचक गालियां देकर उनके चेहरे पर प्रहार कर पीटना शुरू कर दिया। जवाब में दुकान मालिक हिम्मतलाल भाटी ने भी कर्मचारी पर हाथ उठाया। ये दृश्य पूरी तरह से सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए हैं।

    वाकड थाने में केस दर्ज

    इस मामले में महानगरपालिका की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर वाकड थाने में दुकान के मालिक हिम्मतलाल भाटी, उनके पुत्र रमा भाटी और उनके अज्ञात मित्र के खिलाफ मामला मारपीट और सरकारी काम में बाधा डालने का दर्ज किया गया है। हालांकि लक्ष्मी स्वीट मार्ट के मालिक भाटी की शिकायत को अभी तक संज्ञान में नहीं लिया है। प्लास्टिक बैन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें। हालांकि व्यापारियों की पिटाई कर कार्रवाई का अधिकार महानगरपालिका कर्मचारियों को किसने दिया? यह सवाल भाटी ने उठाया है। हिम्मतलाल भाटी और पुणे जिला खुदरा व्यापारी संघ ने मांग की है कि महानगरपालिका के उक्त कर्मचारियों को तत्काल निलंबित किया जाए।