पिंपरी. कोरोना (Corona) के इलाज में रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) से भी ज्यादा प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) कारगर साबित हुई है। हालांकि महामारी की दूसरी लहर (Second Wave) के तेजी से फैलने से मरीजों की संख्या दुगुनी रफ्तार से बढ़ रही है। नतीजन प्लाज्मा की मांग बढ़ गई है, लेकिन मांग के मुकाबले प्लाज्मा की उपलब्धता काफी कम है। तमाम जागरूकता के उपायों के बाद भी प्लाज्मा दान को लेकर कोरोना मुक्त लोगों की उदासीनता दूर नहीं हो सकी है। इसे ध्यान में लेकर पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका ने एक अनोखी पहल शुरू की है। इसमें प्लाज्मा डोनर्स के लिए दो हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि की घोषणा की गई है। इसके लिए सालाना डेढ़ करोड़ रुपए का बजट आबंटित किया गया है।
कोरोना संक्रमण के डर से रक्तदान का प्रमाण कम हो गया है और इससे प्लाज्मा संग्रह की प्रक्रिया प्रभावित हुई है। कोरोना मुक्त व्यक्ति प्लाज्मा दान कर दूसरे मरीजों की जान बचा सकते हैं। हालांकि, पुन: संक्रमण की आशंका के कारण प्लाज्मा दाताओं की संख्या में गिरावट आई है। प्लाज्मा थेरेपी के लिए प्लाज्मा डोनर्स की पूछताछ के लिए रोजाना सैकड़ों फोन और मैसेज आ रहे हैं। हर साल गर्मियों में रक्तदान अभियान कम हो जाता है। इसके अलावा, कोरोना संक्रमण ने रक्तदान को कम कर दिया है। उसका प्रहार प्लाज्मा दान पर उतरा है।
डेढ़ करोड़ के सालाना खर्च का अनुमान
शहर में विभिन्न सामाजिक संगठनों की अपील के बावजूद, बहुत से लोग प्लाज्मा दान करने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं, जिससे प्लाज्मा की भारी कमी हो रही है। प्लाज्मा डोनर्स को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें दो हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि देने का फैसला मनपा द्वारा किया गया। इसके लिए डेढ़ करोड़ के सालाना खर्च का अनुमान लगाया गया है। मनपा की ब्लड बैंक के जरिये जरूरतमंद लोगों को प्लाज्मा मुफ्त दिया जाएगा।