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    पुणे: 24 घंटे जलापूर्ति योजना, गैस, मोबाइल केबल औऱ अन्य कारणों की वजह से सड़कों (Roads) की खुदाई के बाद सड़कों की मरम्मत सीमेंट क्रंक्रीट (Cement Concrete) और डामर के पैच लगाकर की गई, लेकिन खराब स्तर के  कार्य (Poor Quality Works) के कारण शहर की सड़कें पहली ही बारिश (First Rain) में अपनी कहानी बयां कर गईं। 

    जगह-जगह गड्ढे ही गड्ढे दिखाई पड़ने लगे। इसके लिए जिम्मेदार ठेकेदारों पर पुणे महानगरपालिका (पीएमसी) ने कार्रवाई शुरु कर दी है। महानगरपालिका ने 6 ठेकेदारों को नोटिस जारी किया है, उन पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

    इंजीनियरों पर भी कार्रवाई

    जुलाई महीने में शहर में 10-12 दिनों तक हुई लगातार बारिश ने सड़कों की हालत खस्ता कर दी है। शहर की अधिकांश सड़कों पर गड्ढों की भरमार है। जिससे शहरवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर में निष्कृट दर्जे का काम उजागर होने के बाद पीएमसी की हर स्तर पर आलोचना हो रही है। इसी पृष्ठभूमि में महानगरपालिका ने ठेकेदारों के साथ ही इंजीनियरों पर भी कार्रवाई करने का फैसला किया है।

    आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई

    उसके तहत पीएमसी प्रशासन ने 6 ठेकेदारों को नोटिस जारी किया है। डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड में जिन सड़कों पर गड्ढे बने हैं, उन सड़कों के लिए ठेकेदारों को प्रति गड्ढा 5 हजार रुपए का जुर्माना और नापजोख के बाद ज्यादा से ज्यादा जुर्माना वसूला जाएगा। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। इस बारे में पीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त कुणाल खेमनार ने कहा कि ठेकेदारों पर दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है इसके साथ ही निरीक्षण करने वाले इंजीनियर पर भी कार्रवाई की जाएगी।