नई दिल्ली/पुणे. जहां एक तरफ पुणे के दौंड में भीमा नदी (Bhima River) से एक परिवार के 7 सदस्यों के शव निकाले गए थे। वहीं अब इस मामले में पुणे ग्रामीण पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में लिया और धारा 302 के तहत FIR दर्ज की है। जी हां, महाराष्ट्र को दहला देने वाले दौंड मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। छह दिनों में दौंड तालुका से बहने वाली भीमा नदी में तीन बच्चों सहित 7 शव मिले। वहीं सूत्रों की मानें तो जांच में सामने आया कि ये 7 हत्याएं एक मौसेरे भाई ने की हैं।
जानकारी दें कि, पुणे के दौंड में भीमा नदी से 4 शव बीते 18-21 जनवरी के बीच और 3 अन्य बीते मंगलवार को निकाले गए थे। प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का लग रही थी, हालांकि पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। अब तक इस मामले में दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। लेकिन अब ग्रामीण पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में लिया और धारा 302 के तहत FIR दर्ज की है। वहीं परिवार के एक रिश्तेदार पर भी शक जाहिर हुआ है।
UPDATE | Pune Rural Police detained 5 people and registered FIR under section 302: Pune Rural Police
— ANI (@ANI) January 25, 2023
क्या मौसेरा भाई है हत्यारा?
वहीं सूत्रों के अनुसार, यह बात भी सामने आई है कि हत्या मोहन पवार के मौसेरे भाई ने ही की है। दरअसल मोहन पवार के बेटे के साथ उनके चचेरे भाई का बेटा भी था। उसका एक एक्सीडेंट हो गया था। उनके बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन मोहन पवार ने अपने मौसेरे भाई को यह बात नहीं बताई। 4 दिन बाद हत्यारे चचेरे भाई को लड़के के एक्सीडेंट की खबर मिली। फिर उस बच्चे की मौत हो गई। अपने बेटे की मौत से क्रोधित होकर उसने, मोहन पवार और उसके परिवार के सदस्यों की हत्या कर दी और शव को भीमा नदी में फेंक दिया। हालांकि पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है।
बता दें कि पुणे (Pune) जिले की भीमा नदी (Bhima River) के पास से 7 शव बरामद हुए थे। जानकारी के अनुसार ये सभी शव एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। वहीं मामले पर पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में मामला मर्डर का एंगल भी लगता है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
मृतकों में एक बुजुर्ग दंपत्ति, उनकी बेटी, दामाद और तीन पोते-पोतियां शामिल थे। वहीं मामले पर पुलिस ने कहा कि किसी भी शव पर चोट के निशान नहीं (no bruises) है। मामले की खुदकुशी समेत अब सभी एंगल से जांच की जा रही है।
पुणे शहर से 45 किलोमीटर दूर दौंद तहसील के यावत गांव के पास भीमा नदी के किनारे बीते 18 से 20 जनवरी के बीच चार शव मिले थे। वहीं बीते मंललवार को 3 और शव पारगांव पुल के पास मिले। मृतकों की पहचान मोहन पवार (45), उनकी पत्नी संगीता मोहन (40), उनकी पुत्री रानी फुलवारे (24), उनके दामाद श्याम फुलवारे (28) और बेटी के तीन से लेकर सात साल के तीन बच्चों के रूप में हुई थी। वहीं एक महिला के पास से मोबाइल फोन और सोने की खरीदारी की रसीद मिली थी।